न्यूज11 भारत
झींकपानी/डेस्क: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झींकपानी में सोमवार को फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को सफल बनाने के लिए दो महत्वपूर्ण बैठकें आयोजित हुईं. इन बैठकों में न केवल फाइलेरिया से बचाव और उन्मूलन की रणनीति पर चर्चा हुई, बल्कि सभी विभागों ने सामूहिक रूप से इस अभियान को मजबूत करने का संकल्प लिया.
DA सुपरवाइजर्स को मिला सघन प्रशिक्षण
पहली बैठक में DA सुपरवाइजर्स को अभियान से जुड़ी हर बारीकी समझाई गई. प्रशिक्षण के दौरान फैमिली रजिस्टर भरने, माइक्रोप्लान तैयार करने, हाउस मार्किंग, दवा वितरण की प्रक्रिया, गूगल फॉर्म का उपयोग, टीम मॉनिटरिंग और सुपरविजन जैसे विषयों पर विस्तृत जानकारी दी गई.
मेडिकल ऑफिसर श्रीमती विनीता लकड़ा और VBD इंचार्ज श्यामसुंदर नाग ने फाइलेरिया के लक्षण, इसके फैलने के कारण, दवा किन्हें नहीं देनी चाहिए, बच्चों की पहचान और सही अंगुली में मार्किंग की तकनीक पर जोर दिया.
प्रशिक्षण में पिरामल फाउंडेशन से नवीन सेन, WHO से प्रवीण कुमार कंठ, झींकपानी व हाटगमहरिया के CHO, ANM और सहिया साथी मौजूद रहे.
BLTF बैठक में लिए गए अहम निर्णय
दूसरी बैठक ब्लॉक लेवल टास्क फोर्स (BLTF) की थी, जिसकी अध्यक्षता प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. वीरेंद्र कुमार ने की. इस बैठक में शिक्षा विभाग से BRC श्रीमती मंजू खंडैत, JSLPS BPM श्रीमती सुमी जी, VBD इंचार्ज श्याम सुंदर नाग, पिरामल फाउंडेशन के नवीन सेन और WHO के प्रवीण कुमार कंठ सहित कई विभागों के प्रतिनिधि शामिल हुए.
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि बच्चों को दवा देने से पहले उन्हें भोजन कराया जाएगा, खासकर 10वीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को. साथ ही यदि किसी बच्चे की तबीयत खराब है, तो उनके अभिभावकों की अनुमति लेकर ही दवा दी जाएगी.
JSLPS BPM ने पंचायत स्तर पर हर प्रशिक्षण में सक्रिय सहयोग देने का आश्वासन दिया. यह भी तय हुआ कि जहां सेविकाएं अपने दायित्व पूरे नहीं कर पाएंगी, वहां JSLPS की सक्रिय महिलाएं उनकी जिम्मेदारी निभाएंगी.
सभी ने लिया संकल्प
बैठक के अंत में सभी विभागों ने मिलकर फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को सफलता की ओर ले जाने का संकल्प लिया. सभी प्रतिभागियों ने यह विश्वास जताया कि सामूहिक प्रयासों से झींकपानी और हाटगमहरिया क्षेत्र को जल्द ही फाइलेरिया मुक्त बनाया जाएगा.