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रांची/डेस्क: भारत दिनोदिन अपनी रक्षा प्रणाली को और मजबूत करता जा रहा है. 20 अगस्त को 5000 किमी दूर लक्ष्य भेजने वाले अग्नि-5 बैलेस्टिक मिजाइल का सफल परीक्षण करने बाद रविवार को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने एक और बड़ा कमाल किया है. DRDO ने ओडिशा तट पर अपनी एकीकृत हवाई रक्षा हथियार प्रणाली की क्षमता का प्रदर्शन किया है. एयर डिफेंस सिस्टम ‘सुदर्शन चक्र’ के तहत यह परीक्षण किया गया. जिसमें 2500 किमी दूर मिजाइल को मार गिराने का सफल परीक्षण किया गया।
आज के सफल परीक्षण ने यह साबित कर दिया कि अब दुश्मन के ड्रोन, लड़ाकू विमान, क्रूज मिसाइल और अन्य हवाई हमले भारत के लिए खतरा नहीं बन सकते. इसीलिए डीआरडीओ ने इसे ‘सुदर्शन चक्र’ नाम दिया है.
सुदर्शन चक्र रक्षा प्रणाली की क्या हैं खासियतें
- 2500 किलोमीटर तक दुश्मन की मिसाइल को मार गिराने में सक्षम
- 150 किलोमीटर की ऊंचाई तक हवाई खतरे से निबटने की क्षमता
- 5 किलोमीटर प्रति सेकंड की गति से लक्ष्य भेदने की ताकत
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और लेजर-गाइडेड सिस्टम बनाता है अचूक
- ग्राउंड और स्पेस-बेस्ड हाइब्रिड सिस्टम
- रडार नेटवर्क और सैटेलाइट आधारित ट्रैकिंग
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