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रांची/डेस्क: गणपति बाप्पा मौर्या! गणेश चतुर्थी का पर्व केवल महाराष्ट्र में ही नहीं बल्कि भारत के हर कोने में मनाया जाता हैं. भाद्रपद माह की चतुर्थी क गणेश चतुर्थी मनाई जाती हैं. आज का दिन बेहद खास है और साथ ही शुभ योगों का निर्माण हो रहा हैं. गमेश चतुर्थी का पर्व आज बुधवार के दिन पड़ने से इस दिन का महत्व और ज्यादा बढ़ गया हैं. ज्ञान और बुद्धि के देवता को बुधवार का दिन समर्पित हैं. गणेश चतुर्थी का इस दिन होना बहुत ही शुभ संयोग हैं.
27 अगस्त, बुधवार यानि आज गणेश जी की स्थापना की जाएगी. इसके साथ ही इस दिन बनने वाले शुभ योग भी इस दिन को और अधिक विशेष बना रहे हैं. इस दिन शुक्ल और शुभ योग के बनने से इस दिन का महत्व और अधिक बढ़ गया हैं. ये दिन पूजा-पाठ, मकान खरीदारी, वाहन खरीदारी, भूमि की खरीदारी के लिए शुभ हैं.
27 अगस्त 2025 का पंचांग
तिथि- चतुर्थी
नक्षत्र- हस्त और चित्रा
योग- शुभ और शुक्ल
वार- बुधवार
पक्ष- शुक्ल पक्ष
चौघड़िया मुहूर्त
सुबह का मुहूर्त
लाभ- सुबह 5.57 – सुबह 7.33
अमृत- सुबह 7.33 – सुबह 09.09
शुभ- सुबह 10.46 – दोपहर 12.22
शाम का मुहूर्त
शुभ- रात 8.12 – रात 9.35
अमृत- रात 9.35 – रात 10.59
चर- रात 10.59 – प्रात: 12.23
शुभ योग (Shubh Yog)
सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 05 बजकर 57 मिनट से लेकर सुबह 06 बजकर 04 मिनट तक रहेगा.
रवि योग सुबह 05 बजकर 57 मिनट से लेकर सुबह 06 बजकर 04 मिनट तक रहेगा.
गणेश पूजा और स्थापना का शुभ मुहूर्त
गणेश चतुर्थी के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त मध्याह्न सुबह 11 बजकर 5 मिनट से लेकर दोपहर 1 बजकर 40 मिनट तक हैं. जिसकी कुल अवधी - 2 घंटे 34 मिनट रहेगी. बाप्पा का यह उत्सव अगले दस दिनों तक चलेगा. इस शुभ मौके पर भक्त पूरे श्रद्धा भाव के साथ गणेश जी की पूजा करते हैं और उनको प्रसन्न करने और बाप्पा का आशीर्वाद माने का [पूरा प्रयास करते हैं.
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