न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः देश की प्रीमियम ट्रेन में से एक कही जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस में तस्करी के लिए ले जाई जा रही 54 करोड़ रुपए की ड्रग्स बेंगलूरू व भोपाल से जब्त की गई है. डीआरआई ,राजस्व खुफिया निदेशालय ने अपने ऑपरेशन में भोपाल व बेंगलूरू स्टेशन पर गांजा से भरे एक बैग को जब्त किया गया है. इसके कुछ ही घंटों के बाद भोपाल में 24.18 किलोग्राम गांजा जब्त किया गया है. तस्करी के इस नियम ने जांच एजेंसी के भी नींद उड़ा दिए हैं. इसलिए ट्रेन में सफर करते हुए इस बात का ख्याल जरूर रखें कि आपके सीट के नींचे कुछ अवैध वस्तु तो नहीं रखी गई है.
मास्टरमाइंड गिरफ्तार
थाइलैंड से लौटे एक व्यक्ति को बेंगलूरू के होटल से 18 किलो गांजा के साथ पकड़ा गया. फिर तस्करी के इस पूरे खेल के कथित तौर पर मास्टरमाइंड को नई दिल्ली से 1.02 करोड़ रुपये नकद के साथ गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में अब तक कुल 6 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
हाइड्रोपोनिक वीड?
हाइड्रोपोनिक वीड कोई आम नस्ल नहीं है ये मिट्टी में नहीं बल्कि पोषक तत्वों से भरपुर पानी में उगाई जाने वाली भांग है. ये भांग सामान्य मारिजुआना की तुलना में ज्यादा नशीला रहता है. सिगरेट में लपेटकर या कागज में लपेट कर इसका इस्तेमाल किया जाता है.
भोपाल में ड्रग्स
कुछ दिन पहले ही भोपाल के जगदीशपुर में एक और छापे में एक गुप्त ड्रग लैब का पता चला था, इसमें लगभग 92 करोड़ रुपए मुल्य का 61.2 किलोग्राम तरल मेफेड्रोन और 541 किलोग्राम से अधिक प्रीकर्सर रसायन को बरामद किया गया था. छानबीन करने वालों ने इसका संबंध सलीम डोला इस्माइल से बताया जो तुर्की से अपना साम्राज्य चलाता है. सलीम डोला भारत के मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहिम के नेटवर्क से जुड़ा है.
ड्रग्स का केंद्र?
अक्टूबर 2024 में गुजरात के आतंकवाद निरोधी दस्ते और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने भोपाल के बागरोदा औद्योगिक क्षेत्र में एक बड़ा ड्रग फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था. यहां से 1,800 करोड़ रुपये की 907 किलो मेफेड्रोन जब्त की थी. एक्सपर्ट का मानना है कि भोपाल इस तरह के ड्रग्स उत्पादन का केंद्र बनता जा रहा है. मध्य में स्थित होने के चलते अन्य हिस्सों में भी इसकी पहुंच आसानी से हो जाती है.