न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के तरफ से छेड़े गए टैरिफ वार व रुस से कच्चा तेल आयात करने को लेकर अमेरिका व युरोप दोनों को अभी तक का सबसे कड़ा जवाब मिला है. विदेश मंत्री ने साफ कहा है कि भारत से रिफाइंड ऑयल खरीदने के लिए मजबूर कर सकता है. यदि आपको इसमें समस्या है, तो न खरीदें कोई आपको मजबूर नहीं कर सकता.
एक कार्यक्रम में पूछे गए सवाल के जवाब में विदेश मंत्री ने रुसी तेल आयात पर अमेरिका व युरोप को सीधा व स्पष्ट जवाब दिया है. एस जयशंकर ने अमेरिका व यूरोप पर तंज कसते हुए कहा है कि भारत से रिफायंड ऑयल या उत्पाद खरीदना किसी की मजबूरी नहीं है.
विदेश मंत्री ने साफ कहा है कि अगर किसी को भारत से तेल खरीदने में दिक्कत है तो वे न खरीदें. जयशंकर ने कहा कि ‘यह मज़ाक है कि एक प्रो-बिज़नेस अमेरिकी प्रशासन के लोग दूसरों पर बिज़नेस करने का आरोप लगाएं. अगर आपको भारत से तेल या रिफाइंड प्रोडक्ट खरीदने में समस्या है तो मत खरीदिए. कोई आपको मजबूर नहीं करता. लेकिन हकीकत यह है कि यूरोप भी खरीद रहा है और अमेरिका भी खरीद रहा.’
ट्रंप का टैरिफ वॉर
एस जयशंकर की ये स्टेटमेंट तब आई जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के उत्पाद पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की बात कही थी. जिसमें अतिरिक्त 25 प्रतिशत शुल्क भी शामिल है. गौर करने वाली बात ये हैं कि अमेरिका ने चीन पर इस तरह का कोई दंडात्मक शुल्क नहीं लगाया. जबकि वो रुस का सबसे बड़ा तेल ग्राहक है. भारत ने अमेरिका के इस कदम को अनुचित, अन्यायपूर्ण और असंगत बताया है. विदेश मंत्री ने इस बात को भी रखा कि अन्य देश भी अपने राष्ट्र के हित के लिए रुस से तेल खरीद रहे हैं. लेकिन फिर भी सिर्फ भारत को निशाना बनाना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है.