प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: झारखंड में 2005 से गोकुशी पर प्रतिबंध लगने के बाद से स्लाउटर हाउस बंद है. बावजूद इसके राज्य से गोवंशीय पशुओं के हड्डी की खरीद-बिक्री का काम जारी है. कोर्रा थाना को ऐसे हीं एक वाहन को पकड़ कर युवकों ने सोमवार रात करीब 12 बजे जिम्मा दिया है, जिसमें हड्डी लदा है और उसकी सड़ांध इतनी तेज थी कि जिस सड़क और स्थान से गुजर रही थी, वहां सड़ांध पैदा कर रही थी. बदबू इतनी तेज थी कि लोगों को सहज ही इस बात की शंका होरही थी कि ट्रक में जरूर किसी मृत पशु को ले जाया जा रहा होगा. वहीं दस पूरी घटना में मौके से दो लोगों को गिफ्तार किया गया है, ये चालक और उप चालक हैं. पूछताछ में इनके द्वारा लोहरदगा थाना क्षेत्र के अली नगर निगनी से ट्रक से लोड कर यूपी ले जाने की बात सामने आयी है. समाचार लिखे जाने तक कोर्रा थाना की पुलिस मामले की जांच कर रही है और इस संबंध में अधिकारियों से मार्गदर्शन लेने की बात कहीं जा रही है. जानकारी के अनुसार करीब 10 क्विंटल हड्डी लदा हैं.
रांची के फौजी ट्रांसपोर्ट द्वारा भेजा जा रहा था माल
कोर्रा थाना में जब्त वाहन के बारे में बताया जाता है कि वाहन पर लदा हड्डी रांची के फौजी ट्रांसपोर्ट द्वारा यूपी भेजा जा रहा था. कोर्रा थाना पुलिस को ट्रक के चालक को दिए गए कागजात की जांच की.
बताया जाता है कि 2005 के बाद से झारखंड में एक भी स्लाटर हाउस नहीं है. ऐसे में बड़े पैमाने पर हड्डी की बिक्री को लेकर ट्रांसपोर्टेशन पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. वहीं युवकों ने बताया कि ट्रक से आ रही सड़ांध और रिसते खून को देखकर ही ट्रक का करीव दस किलोमीटर पीछा कर पकड़ा और नगवां स्थित हनुमान चौक के समीप पुलिस गश्ती दल को बुलाकर हवाले कर दिया.
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