शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज में वर्षों से बंद पड़ी वेंटिलेटर मशीन, मरीज रेफर होकर भुगत रहे जान का ख़ामियाज़ा
प्रशांत शर्मा/न्यूज11 भारत
हजारीबाग/डेस्क:- शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज, हजारीबाग के आईसीयू वार्ड में वर्षों से वेंटिलेटर मशीन उपलब्ध होने के बावजूद आज तक उसे चालू नहीं किया गया. मेडिकल कॉलेज में यह जीवनरक्षक उपकरण बस शोपीस बनकर रह गया है, और आपातकालीन स्थिति में मरीजों को रांची जैसे दूरस्थ अस्पतालों में रेफर किया जाता है.
हैरानी की बात यह है कि मशीन अस्पताल परिसर में मौजूद है, लेकिन न तो अब तक उसे चालू करने की गंभीर पहल हुई और न ही ऑपरेटर की नियुक्ति की गई. ऐसे में गंभीर मरीजों को तत्काल इलाज न मिल पाने से कई बार जान पर बन आती है.
यह लापरवाही नहीं, बल्कि मानवता के प्रति संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है. सवाल उठता है – जब सुविधा उपलब्ध है, तो उसका लाभ मरीजों को क्यों नहीं दिया जा रहा?
स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अस्पताल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि यह सिर्फ़ एक तकनीकी चूक नहीं, बल्कि प्रशासनिक उदासीनता का जीवंत उदाहरण है, जो जनता की जान के साथ खिलवाड़ कर रही है.
स्वास्थ्य विभाग को इस लापरवाही पर तत्काल संज्ञान लेते हुए जवाबदेही तय करनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई मरीज ज़रूरी सुविधा के अभाव में अपनी जान न गंवाए.