सुमित कुमार पाठक/न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: जिंदल स्टील पावर लिमिटेड बलकुदरा पतरातू के विरोध में जयनगर के विस्थापित प्रतिनिधि मंडल के जयनगर के पूर्व मुखिया वीर मोहन मुंडा के नेतृत्व में 6 सदस्य टीम आज रामगढ़ उपायुक्त महोदय से मुलाकात किया और एक आवेदन उपायुक्त महोदय को सोपा जिसमें पिछले 17 वर्षों से जिंदल स्टील पावर लिमिटेड बलकुदरा पतरातु के द्वारा जयनगर के विस्थापितों का शोषण किया जा रहा है कंपनी द्वारा यहां के ग्रामीणों से 2008 में ओने पोने दाम में खेती करने योग्य सारी जमीन ₹5000 प्रति डिसमिल के भाव से खरीद लिया. कंपनी द्वारा रैयतो को कई प्रलोभन दिया जिसमें-
1. स्थाई नियोजन जेएसपीएल में नियुक्ति
2. रोजगार और ठेका का कार्य
3. जो रोजगार और ठेका का कार्य नहीं लेंगे अपना जॉब कार्ड सरेंडर कर के एक मुस्त भुगतान ले सकते हैं
4. जिंदल के अधीन चलने वाले स्कूल और आईटीआई में भू विक्रेता के सदस्य को मुक्त शिक्षा एवं एक सदस्य को छात्रवृत्ति भी दिया जाएगा
5. अकुशल और अर्ध कुशल श्रेणी वाले लोगों को रोजगार दिया जाएगा.
इत्यादि के साथ प्रलोभन देकर जमीन लिखवा लिया परंतु आज 17 वर्षो से रैयतों को सारी सुविधाएं से वंचित रखा. इस बात की शिकायत उपायुक्त से की गई और अब कोई रैयत जिसको 17 साल से नौकरी जेएसपीएल मे नहीं मिली है वो सब अब जेएसपीएल में नौकरी नहीं करेंगे और जॉब कार्ड के बदले एक बार में 40 लाख का मुआवजा उपायुक्त से दिलवाने का अनुरोध किया गया है साथ ही जेएसपीएल द्वारा जो भू विक्रेता से ही जितना ज़मीन राजेस्ट्री करवाया गया है उससे ज़्यादा जेएसपीएल कम्पनियों द्वारा अवैध रुप से जमीन पर क़ब्ज़ा किया गया उसका से मुक्त कराने का भी अनुरोध किया गया.
उपायुक्त महोदय ने इस मामले में संज्ञान लिया और उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया है. इसके अलावा बड़कागांव भाजपा विधायक रोशन लाल चौधरी को भी इससे संबंधित ज्ञापन सौंपा गया.