Tuesday, Jul 8 2025 | Time 14:11 Hrs(IST)
  • 14 जुलाई को नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से मिलेंगे झारखंड कांग्रेस के सभी नेता, दिल्ली में होगी बैठक
  • 14 जुलाई को नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से मिलेंगे झारखंड कांग्रेस के सभी नेता, दिल्ली में होगी बैठक
  • पूर्णिया हत्याकांड मामले पर मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने CM हेमंत सोरेन से की तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग, बोले- "यह आदिवासी अस्मिता पर सीधा हमला है"
  • देशव्यापी हड़ताल को सफल बनाने को लेकर एनटीपीसी मजदूर यूनियन ने चलाया जागरूकता अभियान
  • रेल सुरक्षा बल, रांची द्वारा मानव तस्करी के विरुद्ध विशेष अभियान
  • रांची में शराब दुकानों की कमान अब होमगार्ड के हवाले! DC ने जारी किए निर्देश
  • रेलवे स्टेशन पर महिला आरपीएफ कांस्टेबल ने बचाई महिला यात्री की जान, वीडियो वायरल
  • वज्रपात में बैलों ने तोड़ा दम, पर नही टूटी दिव्यांग किसान की हिम्मत दिव्यांग के बैल नही बेटे खींच रहे हैं हल
  • वज्रपात में बैलों ने तोड़ा दम, पर नही टूटी दिव्यांग किसान की हिम्मत दिव्यांग के बैल नही बेटे खींच रहे हैं हल
  • श्री रामकृष्ण सेवा संघ और स्वमिविवेकानंद मंदिर स्कूल से धोखे से पैसा हड़पने के मामले में एक को मिली राहत, दो की बढ़ी मुश्किलें
  • Earthquake in Assam: असम में महसूस हुए भूकंप के झटके, दहशत में लोग
  • PM Modi In Brasillia: 'भारत माता की जय' से ब्रासीलिया में पीएम मोदी का स्वागत, प्रधानमंत्री ने किया सोशल मीडिया पर पोस्ट
  • तमिलनाडु: रेलवे क्रॉसिंग पर स्कूल बस से टकराई ट्रेन, दो बच्चों की दर्दनाक मौत, गेटमैन की लापरवाही पर उठे कई सवाल
  • धार्मिक झंडा को लेकर दो समुदायों के बीच चल रहे विवाद को राष्ट्रीय ध्वज ने किया खत्म
  • पूर्णिया में अंधविश्वास बना पांच लोगों की मौत का कारण, तांत्रिक के कहने पर जिंदा जलाया गया पूरा परिवार
देश-विदेश


बिना मर्दों के बच्चे पैदा करने वाला गांव? गाजीपुर का बसुका बना रहस्य, सच्चाई जानकर चौंक जाएंगे आप

बिना मर्दों के बच्चे पैदा करने वाला गांव? गाजीपुर का बसुका बना रहस्य, सच्चाई जानकर चौंक जाएंगे आप

न्यूज़11 भारत

रांची/डेस्क: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में एक गांव ऐसा भी है, जिसकी पहचान रहस्यों, विवादों और समाज के सबसे छिपे पहलुओं से जुड़ी हुई हैं. हम बात कर रहे है भदौरा ब्लॉक के पास बसे बसुका गांव की, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर ऐसे-ऐसे दावे किए जाते है कि लोग चौंक जाते हैं. दावा किया जाता है कि यहां महिलाएं बिना पुरुषों के बच्चों को जन्म देती है, इसलिए लोग यहां रिश्ते करने से भी कतराते हैं. हालांकि असल सच्चाई इससे कहीं ज्यादा जटिल और दर्दनाक हैं. गांव के बाहरी हिस्से में एक बस्ती है, जहां आज भी तवायफों की मौजूदगी हैं. यह बस्ती कभी मुजरे की कला के लिए जानी जाती थी, लेकिन वक्त के साथ यह कला समाज से बहिष्कृत होती गई और इसी के साथ यहां की महिलाएं वेश्यावृत्ति के धंधे में धकेल दी गई. 
 
बसुका गांव की पहचान एक अभिशाप बन चुकी हैं. 300 साल पुरानी एक सांस्कृतिक परंपरा मुजरा आज इस गांव के लिए कलंक बन चुकी हैं. यहां रहने वाली कुछ महिलाएं कैमरे के सामने आई और स्वीकार किया कि गांव में जिस्मफरोशी होती हैं. वहीं कुछ महिलाओं का कहना है कि वे सिर्फ ठुमरी, सोहर और पारंपरिक गीतों से लोगों का मनोरंजन करती हैं. 
 
गांव में करीब 6500 वोटर हैं, जिसमें अगड़ी जातियों के साथ मुस्लिम समुदाय की संख्या भी अच्छी खासी हैं. लेकिन एक कड़वी सच्चाई यह भी है कि ऑर्केस्ट्रा और नाचने का काम करने वाली अधिकतर लड़कियां गरीब मुस्लिम परिवारों से आती है, जिनके पास जमीन-जायदाद नहीं हैं. कुछ साल पहले इस गांव की तवायफों ने वेश्यावृत्ति के खिलाफ आवाज उठाई थी. उन्होंने कैमरे के सामने अपने दर्द और मजबूरी की कहानी बयां की थी. एक महिला तबस्सुम ने बताया कि उसे महज 13 साल की उम्र में इस धंधे में उतार दिया गया था. छोटी बच्चियों को दवाएं देकर जवान बना दिया जाता है ताकि उन्हें जल्द से जल्द ‘काबिल’ बनाया जा सके. 
 
तबस्सुम का कहना है कि उसकी एक नाजायज संतान है, जिसके स्कूल फॉर्म में पिता की जगह उसे भाई का नाम भरना पड़ा. ये अनुभव उसके लिए झकझोर देने वाला था. हालांकि अब वह इस काम को छोड़ चुकी है और उसका पति मुंबई में ऑटो चलाता हैं. उसने बताया कि अब वह 29 लाख का फ्लैट बनारस में खरीद चुकी है और गांव में भी मकान बनवा रही हैं. लेकिन बसुका की कहानी यहीं खत्म नहीं होती. कुछ महिलाएं अरब देशों तक भी भेजी गई है, जहां से लौटने के बाद उन्होंने गांव में पक्के घर और आलीशान जिंदगी शुरू की हैं. वहीं, कुछ महिलाएं आज भी दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष कर रही हैं. 
 
गांव के कोठों पर तबला बजाने वाले मोहम्मद शाहिद का कहना है कि उनका परिवार पारंपरिक संगीत से जुड़ा हैं. वो वेश्यावृत्ति के आरोपों को नकारते हुए कहते है कि जो महिलाएं ठुमरी गाती हैं, वो अश्लीलता में शामिल नहीं हो सकती. गुड़िया नाम की एक तवायफ का कहना है कि तवायफ और वेश्या में फर्क होता हैं. वो कहती है कि तवायफ किसी का घर नहीं तोड़ती, बल्कि कला से मनोरंजन करती हैं. गांव में हुए विवाद के पीछे वो सरपंच के इरादों को जिम्मेदार मानती है, जिनका खुद का परिवार भी इसी पेशे से जुड़ा रहा हैं. हालांकि बढ़ते विवाद के बीच प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा और पुलिस ने स्पष्ट किया कि जब तक कोई गैरकानूनी गतिविधि नहीं हो रही, तब तक तवायफों को उनके काम से रोका नहीं जाएगा. 
 
बसुका की कहानी सिर्फ एक गांव की नहीं, बल्कि उस कला, संस्कृति और समाज की है जो कभी सम्मानित हुआ करता था लेकिन वक्त के साथ उपेक्षित होकर बदनामियों के गर्त में चला गया. सवाल ये नहीं कि यहां बिना मर्दों के बच्चे पैदा होते हैं या नहीं, सवाल ये है कि समाज की अनदेखी ने इन औरतों को किस मोड़ पर ला खड़ा किया हैं.
 
अधिक खबरें
Earthquake in Assam: असम में महसूस हुए भूकंप के झटके, दहशत में लोग
जुलाई 08, 2025 | 08 Jul 2025 | 1:00 PM

देश के पूर्वोत्तर राज्य असम में मंगलवार सुबह धरती कांप उठी हैं. मांजा इलाके में सुबह 9:22 बजे भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.2 दर्ज की गई. भूकंप के कारण कुछ समय के लिए दहशत का माहौल बन गया और लोग घरों से बाहर निकल आए, हालांकि राहत की बात यह रही कि किसी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं हैं.

तमिलनाडु: रेलवे क्रॉसिंग पर स्कूल बस से टकराई ट्रेन, दो बच्चों की दर्दनाक मौत, गेटमैन की लापरवाही पर उठे कई सवाल
जुलाई 08, 2025 | 08 Jul 2025 | 12:29 PM

तमिलनाडु के कुड्डालोर जिले में मंगलवार सुबह एक भयावह हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया हैं. सेम्मनकुप्पम इलाके में स्कूल बच्चों को ले जा रही एक बस को तेज रफ्तार पैसेंजर ट्रेन ने टक्कर मार दी. हादसे में दो मासूम बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.

Tariff Bomb: ट्रंप ने 14 देशों पर लगाया भारी आयात शुल्क, लेकिन भारत से व्यापार समझौते का दिया संकेत
जुलाई 08, 2025 | 08 Jul 2025 | 10:59 AM

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर वैश्विक व्यापार पर बड़ा फैसला लेते हुए 14 देशों पर भारी आयात शुल्क लगाने की घोषणा की है. इस निर्णय से म्यांमार और लाओस जैसे देशों पर सबसे अधिक 40 फीसदी टैरिफ लगाया गया है. ये नए व्यापार नियम 1 अगस्त 2025 से लागू होंगे.

बागेश्वर धाम में फिर हादसा: ढाबे की दीवार गिरने से महिला श्रद्धालु की मौत, 11 घायल
जुलाई 08, 2025 | 08 Jul 2025 | 9:51 AM

मध्यप्रदेश के छतरपुर स्तिथ धीरेंद्र शास्त्री के बागेश्वर धाम में एक बार फिर भारी बारिश की वजह से बड़ा हादसा हुआ हैं. यहां एक निजी ढाबे की दिवार गिरने से एक श्रधालु की मौत हो गई हैं, जबकि 12 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. सभी घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा हैं.

फोटो खिंचवाना पड़ा महंगा, नदी में बहा युवक, जानिए मामला
जुलाई 08, 2025 | 08 Jul 2025 | 8:44 AM

कर्नाटक के मैसूर से एक खौफनाक मामला सामने आया हैं. यहां पिकनिक मनाने आए एक युवक को फोटो खिंचवाना काफी महंगा पड़ गया. युवक फोटो खिंचवाने के लिए पुल के किनारे खड़ा था. उसकी वक्त उसका संतुलन बिगड़ा और नदी के पानी की तेज धारा में वो गिर गया.