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रांची/डेस्क: ऊतर प्रदेश समाज कल्याण विभाग के मुख्यालय भागिदारी भवन लखनऊ में राज्यमंत्री असीम अरुण के निजी सचिव जय किशन सिंह पर छेड़छाड़ पीडिता ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं. मंत्री के पिएस की करतूत पीडिता ने बताई. जिसके बाद मंत्री ने गोमतीनगर कोतवाली पुलिस को फोनकर आरोपित निजी सचिव को गिरफ्तार करा दिया. इसके बाद से महिला कर्मचारी से महिला पुलिस अधिकारी ने पूछताछ की. इस दौरान महिला पीडिता कर्मचारी ने बताया कि पीएस जयकिशन अक्सर कमरे में बुलाकर कपड़ों के बारे में पूछते थे. नौकरी से निकलने की धमकी देते थे विरोध करने पर. अपनी आपबीती बताते हुए महिला फुट-फुट कर रोने लगी.
पीडिता के अनुसार, अक्सर जयकिशन उसे किसी न किसी बहाने अपने कक्ष में बुलाता था. जब नजरअंदाज करो तो वह खुद कभी-कभी उसके पास पहुंच जाता था, अभद्रता करते. इसके बाद चले जाता था. कुछ समय बीतने के बाद फाइल मांगने या खोजने के बहाने से बुलाता. पीडिता उस हैवान की प्रताड़ना से त्रस्त हो चुकी थी. पीडिता ने बताया कि नौकरी के कारण वह खुलकर हिम्मत भी नहीं जुटा पा रही थी. साथ ही उसने बताया कि 28 जुलाई को जयकिशन ने अपने कक्ष में बुलाकर छेड़छाड़ कर जब गाली-गलौज की तो बहुत गुस्सा आया था. नौकरी से निकालने की धमकी दी. इसके बाद हिम्मत जुटा ली थी कि राज्यमंत्री असीम अरुण आएं और वह उनके पास फरियाद लेकर पहुंचेगी. राज्यमंत्री गुरुवार को जैसे ही पहुंचे वह कुछ ही देर बाद पीड़िता महिला उनके कक्ष में गई.
निजी सचिव की करतूतों के बारे में मंत्री से पीडिता ने शिकायत कि. इसके बाद निजी सचिव जयकिशन को मंत्री ने बुलाकर फटकार लगाई और फिर गोमतीनगर पुलिस को फोन कर बुलाया गया और मंत्री ने निजी सचिव के हवाले कर दिया. पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर गोमतीनगर थाने ले गई.
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