Monday, Aug 4 2025 | Time 22:08 Hrs(IST)
  • बीजेपी सांसद सह गायक मनोज तिवारी पहुंचे रांची, दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर जताया दुःख
  • 'जमीन, भाषा, संस्कृति, स्वशासन और आत्मसम्मान' की अमर सीख दे गये गुरुजी
  • 'जमीन, भाषा, संस्कृति, स्वशासन और आत्मसम्मान' की अमर सीख दे गये गुरुजी
  • सीता सोरेन ने अपने एक्स पर किया पोस्ट, कहा- बाबा के चरणों में श्रद्धांजलि
  • दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन से कांग्रेस में शोक की लहर, कल अंतिम संस्कार में राहुल गांधी हो सकते है शामिल!
  • बहुचर्चित तारा शाहदेव प्रकरण में उम्र कैद के सजायाफ्ता रंजीत सिंह कोहली की जमानत पर हुई सुनवाई
  • हजारीबाग में बाइक व कार में टक्कर, एक युवक की मौत, दूसरा घायल
  • देर शाम दिशोम गुरू शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर लाया जाएगा रांची, ट्रैफिक नियमों में बदलाव
  • चतरा में दाह संस्कार कर कोडरमा लौट रहे परिजनों के साथ हादसा, बाल बाल बचे
  • रविवार दोपहर से लापता था 6 साल का प्रेम, कुंए से शव बरामद, गांव में पसरा मातम
  • पीवीयूएनएल ट्रांसमिशन लाइन का कटिया ग्रिड से सफल रिचार्ज
  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और PM मोदी ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन को दी श्रद्धांजलि
  • झारखंड निर्माता दिशोम गुरू शिबू सोरेन के निधन पर समाहरणालय में मौन श्रधांजलि
  • शिवचरण मांझी कैसे बने गुरूजी, जानिए गुरू जी की अनसुनी कहानी
  • शिवचरण मांझी कैसे बने गुरूजी, जानिए गुरू जी की अनसुनी कहानी
झारखंड


दिशोम गुरु का जाना झारखंड के लिए गहरा आघात, इनकी क्षतिपूर्ति संभव नहीं - मिथिलेश ठाकुर

दिशोम गुरु का जाना झारखंड के लिए गहरा आघात, इनकी क्षतिपूर्ति संभव नहीं - मिथिलेश ठाकुर

अरुण कुमार यादव/न्यूज11 भारत 


गढ़वा/डेस्क:  दिशोम गुरू शिबू सोरेन के निधन पर राज्य के पूर्व मंत्री और झामुमो के केंद्रीय महासचिव मिथिलेश कुमार ठाकुर ने गहरी संवेदन व्यक्त करते हुए कहा कि दिशोम गुरु का जाना झारखंड के लिए एक बड़ा गहरा आघात है. ठाकुर ने कहा कि दिशोम गुरू ने अलग राज्य झारखंड के लिए जो संघर्ष किया उसका परिणाम भी मिला. झारखंड गुरुजी के इस योगदान को हमेशा याद रखेगा. दिशोम गुरू ने लड़कर झारखंड राज्य लिया, ठाकुर ने कहा कि आज झारखंड को एक बड़े खालीपन का एहसास हो रहा है. उनके निधन से झारखंड को जो क्षति हुई है, उसका शब्दों में वर्णन नहीं किया जा सकता है. ठाकुर ने कहा कि भगवान अपने श्रीचरणों में उन्हें स्थान दें.
 
 

अधिक खबरें
केरेडारी में डायरिया का प्रकोप बढ़ा, एक की मौत, 8 लोग गंभीर रूप से बीमार इलाज जारी
अगस्त 04, 2025 | 04 Aug 2025 | 9:53 PM

जिला के केरेडारी प्रखंड स्थित पेटो पंचायत के चट्टी पेटो गांवों में डायरिया फैल गया हैं. डायरिया के चपेट में आने से चट्टी पेटो निवासी सीता देवी पति सुरेश साव उम्र 55 वर्ष का मौत हो गई. जबकि इसी गांव के बालवीर कुमार 9 वर्ष, कोल्हा साव 65 वर्ष, केशव देवी 60 वर्ष, गणेश कुमार 10 वर्ष, मीना देवी 34 वर्ष, विष्णु कुमार 10 वर्ष, सूरज कुमार 25

झारखंड में गो-तस्करी का बढ़ता जाल, बरही से जुड़ रहे हैं तार!
अगस्त 04, 2025 | 04 Aug 2025 | 9:46 PM

झारखंड में गो-तस्करी का एक बड़ा और संगठित नेटवर्क सक्रिय है. वहीं इसके तार जिले के बरही से भी जुड़ रहे हैं. सब कुछ 'मैनेज' होने के कारण राष्ट्रीय राजमार्गों पर अवैध गतिविधियां धड़ल्ले से चल रही हैं. चोरदाहा बॉर्डर से शुरू होकर बरही, गिरिडीह और धनबाद जैसे जिलों से होते हुए यह तस्करी बंगाल सीमा तक पहुंच रही है.

नगर निगम ने मटवारी गांधी मैदान के सामने चलाया अतिक्रमण हटाओ अभियान
अगस्त 04, 2025 | 04 Aug 2025 | 9:40 PM

नगर निगम हजारीबाग की ओर से शहर के मटवारी स्थित गांधी मैदान के सामने अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया गया. नगर निगम के अधिकारी टीम के साथ जेसीबी लेकर गांधी मैदान के सामने पहुंचे. अधिकारियों का कहना है कि अतिक्रमण के कारण सड़क पर लगातार जाम लगा रहता हैं जिससे लोगों को आवागमण में काफी परेशानी हो रही है.

प्रतापपुर प्रखंड के मंजुराही नाला पर नहीं बन सका पुल, ग्रामीण परेशान
अगस्त 04, 2025 | 04 Aug 2025 | 9:16 PM

प्रतापपुर प्रखंड के रामपुर पंचायत अंतर्गत मजुराही नाला पर पुल निर्माण नहीं होने से आधा दर्जन गांव बरसात में प्रभावित हो जाता है. एक छोर से दूसरे छोर तक जाने में ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. न किसी को इस ओर ध्यान आकृष्ट हुआ. बरसात के दिनों में नदी में अधिक पानी आ जाने के कारण कई बार जान माल का भी नुक्सान पहुंचा है

नावाडीह स्टेशन पर शाम होते ही छा जाता है अंधेरा, स्टेशन के पास उगी झाड़ि‌यों से जीव-जंतुओं का रहता है खतरा
अगस्त 04, 2025 | 04 Aug 2025 | 9:07 PM

कोडरमा-गिरिडीह रेल मार्ग के नावाडीह स्टेशन असुविधाओं का दंश झेल रहा है. उक्त स्टेशन पर आसनसोल-हटिया इंटरसिटी और कोडरमा-मधुपुर पैसेंजर ट्रेन का ठहराव होता है, जिसमें रोजाना सैकड़ों यात्री यहां उतरते और चढ़ते हैं. स्टेशन पर रात होते ही अंधेरा छा जाता है. रोशनी की ऐसी व्यवस्था ही नहीं है कि ट्रेन से उतरने वाले यात्री सुरक्षित ढंग से