प्रशांत शर्मा/न्यूज11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक, पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिशोम गुरु शिबू सोरेन के सोमवार को दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में 81 वर्ष की आयु में निधन पर झारखंड विस्थापित संघर्ष मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष, वरिष्ठ भाकपा नेता एवं पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने गहरा शोक व्यक्त किया है.
भुवनेश्वर मेहता ने कहा कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन झारखंड के ही नहीं, बल्कि देश के सर्वाधिक लोकप्रिय नेताओं में से एक थे. उन्होंने उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके निधन से न केवल झारखंड को, बल्कि देश की राजनीति को भी अपूरणीय क्षति हुई है.
भुवनेश्वर मेहता ने भावुक होते हुए कहा, शिबू सोरेन मेरे लिए केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि मित्र और भाई समान थे. हमारे राजनीतिक जीवन में उनका योगदान अविस्मरणीय रहा. विशेष तौर पर जब मैं 2004 में हजारीबाग संसदीय सीट से ऐतिहासिक जीत दर्ज कर यशवंत सिन्हा को हराया था, उस जीत में दिशोम गुरु का विशेष सहयोग और मार्गदर्शन रहा. उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री, आठ बार लोकसभा सांसद, तीन बार राज्यसभा सदस्य और दो बार केंद्रीय कोयला मंत्री रह चुके हैं. वे झारखंडी अस्मिता, अधिकार और स्वाभिमान के प्रतीक थे. उनके संघर्षों ने झारखंड राज्य निर्माण के आंदोलन को नई दिशा दी.
भुवनेश्वर मेहता ने कहा कि शिबू सोरेन के निधन से जहां झारखंड के जनमानस को गहरी क्षति पहुंची है, वहीं उन्होंने स्वयं एक मित्र, मार्गदर्शक और भाई को खो दिया है. झारखंड की माटी ने आज अपना सच्चा सपूत खो दिया है. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति दें.
ईश्वर पर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों में सीपीआई जिला सह सचिव निजाम अंसारी सीपीआई के वरिष्ठ नेता महेंद्र राम, मजीद अंसारी, विजय मिश्रा, अशरफ अली, शौकत अनवर, समीम एजाज ,अनंत कुमार आर्या, मोहम्मद जावेद शामिल थे.
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