प्रशांत शर्मा/न्यूज11 भारत
हजारीबाग/डेस्क;- कोर्रा थाना क्षेत्र के जबरा में 6 जुलाई 2025 की रात हुई जमीन कारोबारी प्रदीप प्रसाद की बेरहमी से पिटाई और फिर 15 जुलाई इलाज के दौरान हुई मौत आज भी रहस्य के घेरे में है. एक महीना बीत गया, पर पुलिस के हाथ खाली. पहले तीन थ्योरी बाजार में घूम रही थीं कि यह ब्लाइंड मर्डर, मोबाइल लूट, और जमीन विवाद. लेकिन अब चौथी थ्योरी ने पूरे मामले को और सनसनीखेज बना दिया है. क्या इस हत्या में किसी महिला का
'खतरनाक एंगल' जुड़ा है क्या है मामला ?
6 जुलाई 2025 की घटना की रात 8:10 बजे प्रदीप को एक फोन कॉल आया. एक सीमेंट दुकान से कॉल रिसीव करने के बाद वे घर से निकले. आधे घंटे के भीतर अज्ञात हमलावरों ने उन्हें घेरकर बुरी तरह पीटा, मोबाइल गायब हो गया. परिजनों का दावा था की यह कोई अचानक हुई वारदात नहीं, बल्कि जमीन विवाद से जुड़ी सोची-समझी साजिश थी. पुलिस के पास पहले तीन थ्योरी थीं. पहला, कुछ नशेड़ियों से झड़प. दूसरा, मोबाइल लूट के दौरान हत्या. तीसरा, जमीन के धंधे में रंजिश. तीसरे एंगल को सबसे मजबूत माना गया, क्योंकि हजारीबाग में हाल के दिनों में जमीन विवाद पर कई हत्याएं हो चुकी हैं. मगर अब बाजार में चौथी कहानी गर्म है. और वो है, अवैध संबंध का शक. सूत्र बताते हैं कि प्रदीप को आखिरी कॉल एक महिला ने किया था. पुलिस उनके मोबाइल सीडीआर खंगाल रही है, लेकिन अब तक न तो महिला का नाम सामने आया है, न कोई गिरफ्तारी. बताया ये भी जा रहा है कि महिला उनकी कोई पुरानी परिचित है. अब इस बात में कितना दम है ये तो पुलिस जांच में ही सामने आएगा. ज्ञात हो कि मौत के बाद 15 जुलाई को गुस्साए स्थानीय लोगों ने शव के साथ कोर्रा चौक जाम कर दिया था. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर लापरवाही, शिकायतों की अनदेखी और मुख्य आरोपी को न पकड़ने का आरोप लगाया था. दबाव बढ़ा तो पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच और मुआवजे का आश्वासन दिया, तब जाकर जाम खत्म हुआ. लेकिन सवाल अब भी हवा में तैर रहा है कि क्या यह केवल जमीन विवाद था, या फिर इस मर्डर मिस्ट्री की कुंजी किसी महिला के हाथ में है? इसका जवाब को जांच के बाद सामने आएगा और वो अभी पुलिस की फाइलों में बंद है.