प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: इस बार का सावन झूम कर बरसा है. यही कारण है कि क्षेत्र में धनरोपनी समय पर हो रहा है. पानी के लिए आसमां की ओर टकटकी लगाए किसानों के चेहरे इस बार हो रही बारिश से खिल उठे हैं. उन्हें अब धान की बंपर उपज होने की उम्मीद जग गई है. धान की रोपाई के लिए पर्याप्त पानी की जरूरत होती है. लंबे इंतजार के बाद क्षेत्र में अच्छी बारिश का दौर शुरू हुआ है. खेतों में पानी भर गया है और किसान धान की जमकर रोपाई कर रहे हैं. लगातार हो रही बारिश से किसान समय पर धान की रोपनी कर रहे हैं. उपरी क्षेत्र के खेतों में भी रोपनी का कार्य शुरू हो गया है. किसानों का कहना है कि इस साल इंद्रदेव बहुत समय से मेहरबान हुए.
धान की रोपाई होने से खेतों में रौनक बढ़ गई है. धान की रोपनी की रफ्तार तेज होने से कृषि विभाग भी उत्साहित है. प्रखंड कृषि पदाधिकारी सुधीर कुमार राय बताते हैं कि प्रखंड क्षेत्र में अच्छी बारिश हुई है, किसान धान की रोपनी में जुट हुए हैं. धान की रोपनी में व्यापक वृद्धि हुई है और तीव्र गति से किसान धान की रोपनी में जुटे हैं. किसान सुबह से शाम तक खेतों में जुटे हुए है और मौसम का पूरा लाभ उठाकर शेष बचे क्षेत्र में भी रोपनी कार्य को पूरा करने में लगे हैं. टाटीझरिया के किसानों का कहना है कि बारिश की वजह से इस बार धान की खूब रोपाई कराई है. धान की फसल के लिए सावन में सोना बरसा है. किसानों के लिए बारिश बेहद मुफीद है.
धान की फसल के लिए बारिश बेहतर है. हालांकि धान के अलावा क्षेत्र में मक्का, बैंगन, भिंडी, कद्दू, करैला, परोल, टमाटर आदि फसलों की खेती होती है. इन खेतों में जल जमाव से जल जमाव से सब्जी फसलों को व्यापक नुकसान हो सकता है. यूं कहे कि सब्जी उत्पादक किसानों की इस वर्षा ने परेशानी बढ़ा दी है.