प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कें अब आवागमन का जरिया नहीं बल्कि परेशानी का कारण बनती जा रही हैं. धरमपुर गांव में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बनी सड़क पर अरुण राम के घर के सामने दो फीट तक पानी जमा हो जाता है. सड़क के दोनों ओर की भूमि को ऊंचा कर दिया गया है, जिससे जल निकासी का कोई रास्ता नहीं रह गया है और सड़क एक स्थायी तालाब में तब्दील हो चुकी है. स्थानीय ग्रामीणों की मानें तो यह समस्या हर साल चार से पांच महीनों तक बरसात में बनी रहती है. वहीं पास की नाली भी जाम कर दी गई है, जिससे स्थिति और बिगड़ गई है. इसके चलते राहगीरों, खासकर स्कूल जाने वाले बच्चों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. धरमपुर की मुखिया कांति देवी ने कहा कि फिलहाल फंड की कमी है, लेकिन जैसे ही फंड उपलब्ध होगा, सड़क की ऊंचाई बढ़ाकर जल निकासी की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि स्वास्थ्य समिति के पास आने वाले फंड का उपयोग नाली सफाई में होना चाहिए, जो फिलहाल नहीं हो रहा है.
चुरचू पुल की सड़क ध्वस्त, बढ़ा हादसे का खतरा
खरिका आदिवासी टोला से चुरचू को जोड़ने वाली सड़क पर लाखों की लागत से बने दो स्पेन पुल पास की पक्की सड़क बुरी तरह टूट चुकी है. पुल से सटी आधी सड़क धंस गई है, जिससे किसी भी वक्त गंभीर दुर्घटना हो सकती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस गड्ढे में अनजान वाहन या व्यक्ति गिर सकते हैं. यह सड़क कई गांवों जैसे खरिका, डुंगो, चुरचू, सिंझ, कोल्हू, बेडम, मायापुर और वनहें को जोड़ती है, जिससे रोजाना सैकड़ों लोग गुजरते हैं. इसके बावजूद न तो प्रशासन की नजर इस पर पड़ी है और न ही कोई मरम्मती कार्य शुरू हुआ है.
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