अरुण कुमार यादव/न्यूज़11 भारत
गढ़वा/डेस्क: गढ़वा सदर एसडीएम संजय कुमार ने उत्पाद विभाग, पुलिस, वन विभाग एवं सीआरपीएफ की मदद से मेराल थाना क्षेत्र के दुलदुलवा क्षेत्र में अवैध शराब को लेकर सघन अभियान चलाया. अभियान के दौरान गांव के रिहायशी इलाकों के साथ-साथ अमवार एवं भहरवा के जंगलों में भी सर्च अभियान चलाया गया. इस दौरान लगभग 10 कुंटल अर्धनिर्मित महुआ शराब को मौके पर ही विनष्ट कर दिया गया, साथ ही चार शराब भट्ठियां भी ध्वस्त की गई. उल्लेखनीय है कि बीते शनिवार को भी सदर एसडीएम ने इसी जंगल क्षेत्र में अबैध शराब को लेकर कार्रवाई की थी, इसी इलाके में आज की कार्रवाई इस सप्ताह की दूसरी बड़ी कार्रवाई थी.दुर्गम जंगल क्षेत्र में अवैध शराब के अड्डे खोजने के लिए सीआरपीएफ के ड्रोन कैमरा एवं तकनीकी कर्मी की मदद ली गयी. गढ़वा में अवैध शराब भट्टियां खोजने के लिए पहली बार ड्रोन तकनीक की मदद ली गयी. ड्रोन कैमरा की मदद से इस पूरे इलाके में आगे भी अवैध शराब को लेकर नियमित सर्च अभियान चलाया जाता रहेगा.अभियान के दौरान दुलदुलवा गांव में 5 कुंटल से अधिक प्रसंस्करित महुआ जावा मिला.
वहीं जंगल क्षेत्र में भी पांच ड्रम अर्धनिर्मित शराब मिली, जिसे उत्पाद विभाग, वन विभाग एवं पुलिस कर्मियों द्वारा मौके पर ही नष्ट कर दिया गया. ड्रम एवं अन्य उपकरण भी तोड़ दिए गए. इस दौरान तैयार शराब पहुंचाने वाले ट्यूब नुमा कुछ कंटेनर भी मिले. संयुक्त टीम ने चार शराब भट्ठियों को भी ध्वस्त किया.एसडीएम की अगुवाई में पहुंचे संयुक्त धावादल ने दुलदुलवा गांव के 10 से अधिक संदिग्ध घरों में महिला पुलिस की मौजूदगी में छापेमारी की. वहीं कई लोग छापेमारी की भनक लगते ही अपना ताला बंद कर भाग खड़े हुए थे. कुछ लोगों ने कार्रवाई के डर से खुद ही अपना महुआ और अर्ध निर्मित शराब सड़क पर या घरों के पीछे फेंक दी थी. किंतु इसी दौरान एसडीएम संजय कुमार ने सटीक गोपनीय सूचना के आलोक में कुछ घरों के परिसरों में खुदाई करवाई तो एक अर्ध निर्मित शराब भरी सिंटेक्स की टंकी तथा दो ड्रम जमीन के नीचे गड़े हुये मिले, जिनमें भरे महुआ जावा को बाहर निकाल कर बहा दिया गया.जिनके घर पर या भट्ठियों से अवैध शराब या अर्धनिर्मित सामग्री बरामद हुई है, उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है. संजय कुमार ने बताया कि गांव के साव टोला निवासी तीनों आदतन नशा कारोबारी हैं इन पर उत्पाद विभाग की ओर से प्राथमिकी दर्ज करवाई जा रही है.
इस दौरान संजय कुमार ने गांव के युवक युवतियों को भी समझाया कि वे नशे के इस दलदल से सतर्क और दूर रहें, भूल कर भी इस नशीले कारोबार में न घुसें और अपना भविष्य अंधकारमय होने से बचायें. उन्होंने यहां के नशा कारोबारियों को भी कड़ी चेतावनी दी कि उन्हें सुधरना ही होगा, क्योंकि उनका धंधा किसी हालत में नहीं चलने दिया जाएगा. संजय कुमार ने कहा कि कुछ दिनों पूर्व ही उन्हें इस गांव के बारे में जानकारी मिली थी, तब से वे इस गांव को सुधारने में जुट गए हैं. उन्होंने कहा कि इस गांव के बच्चे बच्चियों के अच्छे भविष्य के लिए और लोगों के स्वास्थ्य के लिए उन्होंने इस गांव को एक तरह से गोद ले लिया है, अब वे इस गांव को नशा मुक्त करने के उपरांत ही रुकेंगे. उन्होंने कहा कि जो जानकारी मिली है उसके अनुसार पूर्व में भी कभी-कभी इस गांव में शराब भट्टियों को तोड़ा जाता रहा है किंतु उसके तुरंत बाद पुनः कारोबार शुरू हो जाता था. परंतु इस बार उन्होंने सख्त लहजे में सभी को चेताया कि अब वे ऐसी हिमाकत न करें अन्यथा उन्हें इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी, क्योंकि वे स्वयं इस गांव पर लगातार नजर रखे हुये हैं.
अभियान के दौरान मौजूद उत्पाद अधीक्षक निर्मल कुमार ने कहा कि इस इलाके में स्थानीय पुलिस और वन विभाग की मदद से अवैध शराब के विरुद्ध लगातार अभियान जारी रहेगा. इस गांव को ही नहीं बल्कि अन्य गांवों में फैले अवैध शराब के कारोबार के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए वे प्रतिबद्ध है. उन्होंने सदर अनुमंडल पदाधिकारी का आभार व्यक्त किया जो इस गांव को नशामुक्त बनाने में इतनी सक्रियता दिखा रहे हैं.एसडीएम संजय कुमार की अगुवाई में अवैध शराब के विरुद्ध चलाए गए आज के बृहद अभियान में उत्पाद अधीक्षक निर्मल कुमार, पुलिस निरीक्षक जितेंद्र कुमार आजाद, मेराल थाना प्रभारी विष्णु कांत, सीआरपीएफ के तकनीकी कर्मी दीपक कुमार सिंह, वनपाल पुष्पराज, वनरक्षी राजकुमार, गार्ड राकेश भारती एवं नागेंद्र कुमार, ग्राम चौकीदार आदि के अलावा जिला पुलिस बल के महिला एवं पुरुष जवान मौजूद थे.