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रांची/डेस्कः- पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर था. इस तनाव के बीच पाकिस्तान के परमाणु हमले को लेकर बार-बार धमकियां दी जा रही थी, बता दें कि पाकिस्तान के कई मंत्री खुले मंच से परमाणु हथियार इस्तेमाल करने की बात कह रही थी. बावजूद इसके भारत ने अपनी दृढ़ता दिखाते हुए पाकिस्तान के भीतर घुसकर आतंकी के खिलाफ एक बड़ा एक्शन लिया. भारत ने आपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान व पीओके के कई आतंकी ठिकानों पर हमला कर कई आतंकी को मार गिराया था. बता दें कि भारत ने इस आपरेशन में लगभग आतंकी संगठन से जुड़े 100 आतंकियों को मार गिराया था. साथ में 9 बड़े ठिकानों को धवस्त भी किया था. भारत के हमले के बाद पाकिस्तान ने भी ड्रोन से हमले की कोशिश की थी. पर भारत ने पाक के अधिकतर प्रयास को विफल कर दिया था. 1971 के बाद दोनों देशों के बीच सबसे बड़ी टकराव के रुप में देखा जाता है. पाकिस्तान ने भारत के हमले को युद्ध करार दे दिया था और एक इंटरव्यू में वहां के विदेश मंत्री इशाक डार ने एक बयान दिया था कि पाक ने कभी भी परमाणु के इस्तेमाल पर विचार नहीं किया है. हालांकि अंत में ये भी जोड़ा था कि पाक के पास आत्मरक्षा के अलावा कोई विकल्प भी नहीं है.
इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच युद्ध विराम पर सहमति बनी. इस पूरे घटनाक्रम के बाद अंतरराष्ट्रीय पर चिंता बढ़ गई है, भारत ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि भारत आतंक के खिलाफ किसी बी हद तक जाने को तैयार है. भारत परमाणु धमकी के डर से पीछे हटने वाला नहीं है.