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रांची/डेस्क: झारखंड विधानसभा का मॉनसून सत्र कल यानी 1 अगस्त से शुरू होगा. जो 7 अगस्त तक चलेगा. इसको लेकर सरकार ने लगभग तैयारी पूरी कर ली गई हैं. इस बार दो दिन की छुट्टी के कारण यह सत्र केवल पांच दिनों तक ही संचालित होगा. 4 अगस्त को प्रथम अनुपूरक बजट प्रस्तुत किया जाएगा, जबकि पांच अगस्त को इसे पारित किया जाएगा.
सत्र से एक दिन पहले सत्ता पक्ष के विधायकों की बैठक
मानसून सत्र से एक दिन पहले यानी आज, गुरुवार 30 जुलाई को सत्ता पक्ष के विधायकों की बैठक की जा रही हैं. विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन संसदीय कार्य मंत्री राधा कृष्ण किशोर नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी, राजद विधायक दल के सुरेश पासवान,jlkm के विधायक जय राम महतो उपस्थित हैं.
इस बैठक में झामुमो, कांग्रेस, राजद और माले के विधायक सत्र की रणनीति पर चर्चा करेंगे और विपक्ष को एकजुट होकर घेरने की योजना बनाएंगे. बैठक शाम छह बजे एटीआइ में होगी, जबकि इससे पहले कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी. दूसरी ओर, विपक्षी पार्टी भाजपा के विधायक एक अगस्त को अपनी बैठक करेंगे, जिसमें वे सरकार को घेरने के लिए अपने एजेंडे पर विचार करेंगे.
वहीं, स्पीकर रबींद्र नाथ महतो ने मॉनसून सत्र के मद्देनजर पक्ष और विपक्ष के विधायक दल के नेताओं की बैठक बुलाई है. इस बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी शामिल होंगे, साथ ही संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर और कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव सहित अन्य दलों के विधायक भी उपस्थित रहेंगे. बैठक का मुख्य उद्देश्य सत्र के संचालन के लिए पक्ष-विपक्ष से सहयोग प्राप्त करना है.
इस दिन होगा पारित होगा प्रथम अनुपूरक बजट
बता दें कि 4 अगस्त को झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र में प्रश्नकाल आयोजित किया जाएगा, जिसमें वित्तीय वर्ष 2025-26 का पहला अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा. इसके बाद, 5 अगस्त को भी प्रश्नकाल होगा, और इस बजट पर सामान्य चर्चा एवं मतदान के बाद इसे पारित किया जाएगा. 6 अगस्त को प्रश्नकाल के साथ-साथ राजकीय विधेयक और अन्य सरकारी कार्य भी हो सकते हैं. अंत में, 7 अगस्त को प्रश्नकाल, राजकीय विधेयक, अन्य सरकारी कार्य और गैर सरकारी सदस्यों के कार्य (गैर सरकारी संकल्प) होंगे, जिसके साथ यह छोटा मानसून सत्र समाप्त हो जाएगा.
2 दिन रहेगा अवकाश
झारखंड विधानसभा में 1 अगस्त को शपथ ग्रहण (यदि आयोजित किया जाए) और शोक प्रकाश (यदि आवश्यक हो) के साथ-साथ विधानसभा सत्र के दौरान राज्यपाल द्वारा जारी अध्यादेश की प्रमाणीकृत प्रतियां सभा पटल पर प्रस्तुत की जाएंगी. इसके अलावा, दो और तीन अगस्त को मानसून सत्र नहीं होगा, और इन दोनों दिनों में अवकाश रहेगा.