प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: भामाशाह सरस्वती शिशु विद्या मन्दिर बरही हजारीबाग के प्रांगण में गुरु पूर्णिमा (आषाढ़ पूर्णिमा) के अवसर पर महर्षि वेद व्यास जयंती मनाई गई. कक्षा दशम के भैया बहनों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम, गुरुओं को पदप्रक्षालन गुरुवंदन एवम अंगवस्त्र प्रदान कर अपने गुरुओं को सम्मान दिया. उपरोक्त कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंधकारिणि समिति के संरक्षक त्रिवेणी साहू, कोषाध्यक्ष रोहित कुमार साहू, साहू समाज के मुखिया सुरेश साहू उपस्थित रहे. प्रधानाचार्य रजनीश कुमार पाण्डेय ने कहा कि गुरु पूर्णिमा भारतीय संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण पर्व है.
यह पर्व गुरु के प्रति सम्मान और आभार प्रकट करने के लिए हर साल आषाढ़ मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है. संरक्षक त्रिवेणी साहू ने कहा कि गुरु पूर्णिमा भारत में अपने आध्यात्मिक या फिर अकादमिक गुरुओं के सम्मान में, उनके वंदन और उनके प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए मनाया जाने वाला पर्व है. साहू समाज के मुखिया सुरेश साहू ने कहा कि हमें पाश्चात्य संस्कृति को बढ़ावा नहीं देना चाहिए. विषय प्रवेश सुनीता दीदी ने करवाया. वहीं सुरेन्द्र आचार्य ने गुरू पुर्णिमा की उपयोगिता बतलाई. मंच संचालन अनमोल शिवम जी ने किया. धन्यवाद ज्ञापन प्रिंस रवि शंकर प्रियदर्शी ने किया. सभी आचार्य दीदी जी उपस्थित रहे.