प्रशांत/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: राज्य में एनजीटी रोक के बावजूद चलकुशा और गोरहर थाना क्षेत्र में अवैध बालू खनन और परिवहन का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है. एनजीटी के रोक के बाद भी हर रात करीब दो दर्जन से अधिक टीपर और सैकड़ों ट्रेक्टर बालू से लदे एनएच दो मार्ग को पार कर अपने गंतव्य की और निकलते हैं. जिनका संचालन दो तीन संगठित नेटवर्क द्वारा किया जा रहा है, यह पूरा कारोबार रात के अंधेरे में बेखौफ तरीके से चलता है. यह काम रात दस बजे से शुरू होकर सुबह 5-6 बजे तक जारी रहता है. जो विभागीय चुप्पी और निष्क्रियता को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े करता है. क्या यह चुप्पी अनभिज्ञता की है या कहीं मिलीभगत का संकेत है. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस अवैध धंधे से न केवल ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ी हैं.
क्या कहते हैं कारोबारी
बालू तस्करी के कार्य में शामिल एक कारोबारी ने अपनी पहचान उजागर नहीं होने के शर्त पर बताया कि एनजीटी की रोक के बाद प्रति टीपर गाड़ी पुलिस प्रशासन को छह हजार से बढ़ाकर अब आठ हजार रुपये और प्रति ट्रेक्टर दो हजार रुपये से बढ़ाकर तीन हजार रुपये महीने का देना पड़ रहा है. साथ ही रात्रि गश्ती दल के द्वारा प्रति गाड़ी दो सौ रुपये और कारोबार को चलाने में शामिल नेटवर्क टीम को अलग से खर्च देना पड़ता है.
बल्कि सरकार को भी लाखों रुपये राजस्व का बड़ा नुकसान हो रहा है. एक पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कभी कभार उच्च अधिकारियों को दिखाने के लिए ट्रैक्टर तो पकड़ लिए जाते हैं. लेकिन बड़े वाहनों को कोई रोक टोक नहीं करता है. गरीबों को बालू अब महंगे दामों में खरीदना पड़ रहा है, और मनमानी वसूली ने आम लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि चलकुशा थाना के सामने से प्रशासनिक अधिकारियों की जानकारी होने के बाद भी अवैध बालू से लदे वाहनों का बेरोकटोक गोरहर थाना क्षेत्र से पार होना लोगों के बीच तीव्र असंतोष और शंका का कारण बना हुआ है. स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब आम राहगीरों से पूछताछ होती है. तो ये भारी वाहन कैसे आसानी से गुजर जाते हैं? क्या यह विभागीय लापरवाही है, या फिर पूरे सिस्टम की मिलीभगत? जब यह कारोबार इतने बड़े पैमाने पर फल फूल रहा है, तो यह सवाल उठना लाजिमी है कि संबंधित विभाग और निगरानी एजेंसियों की आंखें इस पर कैसे बंद हैं. कहीं यह चुप्पी मौन स्वीकृति तो नहीं है.
कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी
बरकट्ठा अंचलाधिकारी श्रवण कुमार झा ने कहा अवैध बालू खनन किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. कारोबारियों के विरुद्ध अब ठोस कार्रवाई कर इसमें शामिल दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ पर्यावरण संरक्षण अधिनियम व अन्य धाराओं के तहत सख्त कानूनी कार्रवाई की जायेगी. गोरहर थाना प्रभारी सोनू कुमार ने बताया कि मेरे थाना क्षेत्र से अवैध बालू लदे वाहन गुजरते हैं इसकी मुझे कोई सूचना नहीं है. इस बात की मैं छानबीन करूंगा.