प्रशांत/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क:बड़कागांव वन क्षेत्र में पहाड़ों का भूस्खलन होने का मामला अब देखने को मिलने लगा है. यह मामला बड़कागांव प्रखंड के कांडतरी स्थित मिर्जापुर जंगल महुदी पहाड़ का है. पहाड़ का तेजी से भूस्खलन हो रहा है. बताया जा रहा है कि पूर्व में पहाड़ के आसपास बड़ी संख्या में पेड़ों की कटाई तथा पिछले एक महीना से निरंतर हो रही. बारिश इस भूस्खलन की वजह है. पहाड़ में धीरे-धीरे भूस्खलन की चौड़ाई बढ़ती जा रही है और अब बड़े-बड़े पत्थर नीचे गिर रहे हैं. जिसके कारण आसपास रहने वाले लोग चिंतित हैं. स्थानीय लोगों को कहना है कि जंगलों में पेड़ों की कटाई के कारण पहाड़ का भूस्खलन हो सकता है. वन विभाग को इस ओर विशेष ध्यान देने चाहिए.
पेड़ों को बचाने का संकल्प लें और दूसरे को भी प्रेरित करेंः एसीएफ
उक्त मामले को लेकर हजारीबाग पश्चिमी वन प्रमंडल के सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) एके परमार ने कहा कि पहाड़ का भूस्खलन मुख्य रूप से तीन तरह के कारण सामने आ सकता है. कहा कि विगत वर्षों में बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई, बैड क्लाइमेट एवं पिछले एक महीना से निरंतर हो रही बारिश के कारण भी पहाड़ का भूस्खलन हो सकता है. ग्रामीण जंगलों को बचाएं और पर्यावरण का संरक्षण करें अन्यथा आने वाला समय में बहुत ही दूरगामी परिणाम होगा. ऐसे में आने वाली पीढ़ियों पर बुरा असर देखने को मिलेगा. कहा कि इसलिए पेड़ों को बचाने का संकल्प लें और दूसरे को भी प्रेरित करें.
50 हेक्टेयर में फैला है जंगल
बताते चले की बड़कागांव वन क्षेत्र लगभग 50 हजार हेक्टेयर में जंगल फैला हुआ है. इसके संरक्षण के लिए वन क्षेत्र के विभिन्न गांव टोला में वन समिति का भी गठन किया गया है. ताकि जंगल को संरक्षण मिल सके. इसके बावजूद जंगल कट रहे हैं और पहाड़ का भूस्खलन हो रहा है.