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रांची/डेस्कः- भारत और पाकिस्तान दोनों एक साथ आजाद हुए और दोनों की व्यवस्था भी लगभग बराबर ही है. जिस तरह से भारत में आईएएस आईपीएस की प्रक्रिया है ठीक वैसा ही पाकिस्तान में भी है. पाकिस्तान में भी बारत के तरह सरकारी नौकरी को लेकर मारामारी है. वहां भी बहुत कम पोस्ट के लिए बड़ी संख्या में लोग अप्लाई करते हैं. पाकिस्तान में पिछले साल 2023 में 1600 पुलिस पद की भर्ती के लिए लगभग 30 हजार से भी ज्यादा लोगों ने अप्लाई किया था. जब परीक्षा की भर्ती निकली तो पाकिस्तान का एक सबसे बड़ा स्टेडियम आवेदकों से भर गया था.
पाकिस्तान मे हेल्थ, एजुकेशन व एडमिनिस्ट्रेशन मे सबसे ज्यादा भर्तिया की जाती है. साल 2016 के एक डेटा के अनुसार पाकिस्तान में जितनी भी नौकरियां मिली उसमें से 12.1 प्रतिशत लोगों ने सरकारी नौकरी प्राप्त की है. इससे आप अंदाजा लगा सकते है कि पाकिस्तान में सरकारी नौकरी ज्यादा मात्रा में दी जाती है. पाकिस्तान में कुल कामगारों में 7.3 फीसदी हिस्सा पब्लिक सेक्टर का है वहीं भारत में ये हिस्सा 3.8 प्रतिशत का है.
दो तरह की है सरकारी नौकरियां
पाकिस्तान में फेडरल सरकार के तरफ से रेग्यूलर व टेम्परेरी कर्मचारी की भर्ती की जाती है. यहां भी पेंशन संबंधित और भी कई सुविधा दी जाती है. पाकिस्तानी सरकार सरकारी कर्मचारियो पर 3 ट्रिलियन व पेंशन पर 1.5 ट्रिलियन खर्च करती है.
पाकिस्तान की बेरोजगारी दर
2022 की एक डेटा के अनुसार पाकिस्तान की एक तिहाई युवा बेरोजगार है, फरवरी तक के एक डेटा के अनुसार 29 साल तक 31 फीसदी युवा बेरोजगार घुम रहे हैं. यहां बेरोजगारी दर लगभग 4.5 प्रतिशत के आसपास है.