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रांची/डेस्क: सनातन धर्म में सूर्य ग्रहण की विशेष मान्यता होती है. साथ ही विज्ञान के अनुसार भी सूर्य ग्रहण एक महत्वपूर्ण घटना है. बता दें कि, 08 अप्रैल को इस साल का पहला सूर्य ग्रहण लगा था. लेकिन यह ग्रहण भारत में नहीं दिखा था. वहीं इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्तूबर को लगने वाला है. ऐसे में सभी यह जानना चाहते हैं कि इस भारत में दूसरा सूर्य ग्रहण दिखाई देगा या नहीं. तो आइये जानते है कि क्या ग्रहण का सूतक मान्य होगा या नहीं.
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण इस दिन लगेगा
आपको बता दें कि इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को सर्व पितृ अमावस्या (Sarva Pitru Amavasya 2024) पर लगने वाला है. ये कंकणाकृति सूर्य ग्रहण होगा. यह ग्रहण 2 अक्तूबर की रात 9 बजकर 13 मिनट पर लगेगा जो 3 अक्तूबर की सुबह 03 बजकर 17 मिनट पर खत्म होगा. इस ग्रहण की कुल अवधि 6 घंटे 4 मिनट होगी.
भारत में दिखेगा या नहीं
बता दें, इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण भी भारत में दिखाई नहीं देगा. ऐसे में सर्व पितृ अमावस्या से जुड़े सभी कार्य इस दिन किए जा सकते है. वहीं इसका सूतक भी मान्य नहीं होगा. मालूम हो कि, इससे पहले 8 अप्रैल को लगा पहला सूर्य ग्रहण भी भारत में दिखाई नहीं दिया था.
यहां दिखेगा साल का दूसरा सूर्य ग्रहण
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण दक्षिण अमेरिका के होनोलूलू, आर्कटिक, अर्जेंटीना, चिली, पेरू, ब्यूनस आयर्स, अंटार्कटिका और बेका आइलैंड जैसे उत्तरी भागों में दिखाई देगा. साथ ही प्रशांत महासागर और अटलांटिक महासागर के कुछ हिस्सों में में भी यह सूर्य ग्रहण देखा जा सकेगा.
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण होगा वलयाकार
बता दें, 2 अक्टूबर को लगले वाला सूर्य ग्रहण वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा. इससे रिंग ऑफ फायर भी कहा जाता है. बता दें, जब चंद्रमा सीधे सूर्य और पृथ्वी के बीच से होकर गुजरता है. लेकिन ये सूर्य को पूरी तरह से ढक नहीं पाता. लेकिन सूर्य के अधिकांश हिस्से को ढक लेता है. इस दौरान सूर्य रिंग आफ फायर जैसा प्रतीत होता है. इसलिए इसे रिंक ऑफ फायर भी कहते है.