अपने खूबसूरत आवाज से म्यूजिक लवर्स के दिलों पर राज करने वाले मशहूर पंजाबी सिंगर गुरु रंधावा (Guru Randhawa) का आज जन्मदिन है. आज गुरु रंधावा 29 साल के हो गए हैं. गुरु रंधावा उन सेलेब्रिटीज में शुमार हैं जिन्हें सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा फॉलो किया जाता है. गुरु रंधावा इंटरनेट सेंसेशन हैं. उनके गाने सोशल मीडिया पर ट्रेंड करते हैं साथ ही उनके गानों को यूट्यूब पर करोड़ों व्यूज भी मिलते हैं. गुरु रंधावा काफी लंबे समय से इंडस्ट्री में बने हुए हैं. वह आए दिन अपने नए-नए गानों से संगीत की दुनिया में धूम मचाते रहते हैं. कम ही लोग जानते हैं कि गुरु रंधावा के नाम से देश और दुनिया में मशहूर इस सिंगर का असली नाम गुरशरणजोत सिंह रंधावा है.
उनके जन्मदिन के मौके पर जानते हैं उनसे जुड़ी कुछ खास बातें :
पार्टियों में गाकर हुई शुरुआत
गुरु रंधावा का जन्म पंजाब के गुरदासपुर जिले में हुआ था. अपने कई इंटरव्यूज में गुरु ने खुद बताया है कि करियर की शुरुआत में वह छोटे स्टेज शो और पार्टियों में भी गाने से परहेज नहीं करते थे. लेकिन पंजाब में ज्यादा स्कोप न मिलने पर वह कुछ समय बाद दिल्ली आ गए. यहां उन्होंने अपनी गायकी को तो दुरुस्त किया ही साथ ही MBA की पढ़ाई भी पूरी की.
पहली एलबम में फ्लॉप हो गए थे गुरु रंधावा
गुरु रंधावा ने अपने करियर की शुरुआत बतौर गायक साल 2012 में की. उनका पहला गाना 'सेम गर्ल' हिट नहीं हो सका. साल 2013 में गुरु रंधावा ने अपनी पहली एलबम 'पैग वन' को लॉन्च किया था. यह भी बहुत हिट नहीं हो सका. इसके बाद गुरु रंधावा ने मशहूर रैपर बोहेमिया के साथ मिलकर साल 2015 में 'पटोला' गाना बनाया. इस गाने से रातों-रात रंधावा की किस्मत चमक गई. पार्श्व गायक गुरु रंधावा गाने लिखने के अलावा धुन भी बनाते हैं. बीते कुछ सालों में उनके 'हाई रेटेड गबरू, बन जा तू मेरी रानी, लगदी लाहौर दी, तेनू सूट सूट करदा, मेड इन इंडया, इशारे तेरे' जैसे गाने खूब पॉपुलर हुए.
ये रैपर बना मसीहा
दो साल तक लगातार मेहतन के बाद भी जब गुरु रंधावा को सफलता नहीं मिली तो उनके जीवन में एक फेमस रैपर मसीहा बनकर आया. जाने माने रैपर बोहेमिया ने उनके हुनर को पहचाना और अपने साथ गाने का मौका दिया. इसके बाद साल 2015 में गुरु रंधावा और बोहेमिया ने साथ मिलकर 'पटोला' गाने से पूरे देश में धूम मचा दी. यह गाना इतना हिट हुआ कि इसने गुरु रंधावा की जिंदगी और करियर को बदलकर रख दिया. रंधावा ने इसके बाद बॉलीवुड में भी कई सुपरहिट गाने दिए.
बेहद होनहार छात्र रहे हैं गुरु
वह पढ़ने में बेहद तेज-तर्रार थे. लेकिन उतनी रुचि उनकी गाने को लेकर भी थी. उन्होंने गुरदासपुर से ही छोटे-छोटे कार्यक्रमों में गाना शुरू कर दिया था. लेकिन बाद में एमबीए की पढ़ाई करने के लिए उन्हें दिल्ली भेजा गया. यहां उन्होंने पढ़ाई के साथ छोटी-छोटी पार्टियों में गाना शुरू कर दिया. पढ़ाई पूरी करने के बाद वह संगीत के करियर में आगे बढ़े.