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बिहार/डेस्क: खबर सहरसा से है, जहां जिले के बिहरा थाना इलाके मे एक नाबालिग लड़की ने जहर खा लिया. जिसकी ईलाज के दौरान शहर के एक निजी किलनिक में मौत हो गयी. निजी क्लीनिक के संचालक ने स्थानीय सदर थाने की पुलिस को सूचना दी. पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई में जुट गई है. मृतका की पहचान बिहरा थाना क्षेत्र के दुम्मा गांव निवासी सुभाष यादव के 16 वर्षीय पुत्री आरती कुमारी के रूप में हुई है. आरती 9वीं क्लास की छात्रा है, जो सहरसा शहर के गौतम नगर स्थित निजी कोचिंग संस्थान में पढ़ा करती थी. उसके पिता मजदूरी करके परिवार की परवरिश किया करते है. लेकिन आर्थिक तन्हाली की वजह से आरती बीते चार महीने का कोचिंग का फीस भर नहीं सकी थी, ऐसे में कोचिंग के संचालक के द्वारा उसे फीस भरने के लिए दबाव दिया जा रहा था. लेकिन उसके पिता के पास इतने पैसे नहीं थे, कि वह उसे फीस भरने के लिए दे सके. जिसको लेकर मानसिक दबाब में आकर सोमवार को घर में रखें फसल में दी जाने वाली सल्फास की गोली खा ली. परिजनों को इस बात की जानकारी मिली, तो परिवार वाले उसे जान बचाने के लिए निजी क्लीनिक में इलाज के लिए एडमिट कराया. जहां बीते रात उसकी मौत हो गई. घटना की जानकारी अस्पताल प्रशासन के द्वारा पुलिस को दी गई.
सदर थाने की पुलिस रात 10 बजे पहुंच शव को कब्जे में लिया, लेकिन इस बीच परिवार वालों के द्वारा पोस्टमार्टम करने से इनकार कर दिया गया. वहीं परिजनों ने यह खबर मीडिया की सुर्खी ना बने इसके लिए परहेज शुरु कर दिया और कुछ भी जानकारी देना नहीं चाह रहे थे. फिर देर रात सदर थाने में मृतका के पिता सुभाष यादव ने लिखित आवेदन दिया और घटना की तमाम जानकारी देने के साथ ही उसने अंत में यह लिखा कि वह अपने बेटी का पोस्टमार्टम नहीं करना चाहते हैं. इसके अलावा लिखा कि मेरी बेटी का मानसिक स्थिति ठीक नहीं था. इस बाबत सदर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने कहा शहर के एक निजी क्लीनिक में प्वाइजनिंग से नाबालिग लड़की की मौत की जानकारी मिली. इस संदर्भ में मजिस्ट्रेट बहाल किया गया है. इसके बाद मेडिकल बोर्ड के तहत नाबालिक लड़की का पोस्टमार्टम कराया जाएगा. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के स्पष्ट कारण सामने आ सकेंगे. इस संदर्भ में संबंधित बिहरा थाने को मामला फॉरवर्ड कर दिया जाएगा.