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रांची/डेस्क: अहमदाबाद में विमान क्रैश और लगातार कई विमानों में खराबी जैसे कारणों की वजह से लगातार चर्चा में बने एयर इंडिया को एक ताजा चेतावनी मिली हैं. नागरिक उड्डयन महा निदेशालय जैसे कारणों की वजह से लगातार चर्चा में बने एयरइंडिया को एक ताजा चेतावनी मिली हैं. नागरिक उड्डयन महा निदेशालय (DGCA) ने एयरइंडिया को बेंगलुरु से ब्रिटेन की फ्लाइट्स को उड़ान सीमा से अधिक हवा रखने पर चेतावनी दी गई थी, क्योंकि इन अंतर्राष्ट्रीय फ्लाइट्स ने निर्धारित उड़ान सीमा 10 घंटे कोपार कर लिया था.
एयरइंडिया को 20 जून को एक कारण बताओ नोटिस जारी
डीजीसीए की तरफ से एयर इंडिया को चेतावनी मिलने की पुष्ठी की हैं. एयर लाइन की तरफ से कहा गया है कि पत्र मई में रिपोर्ट की गई दो उड़ानों के कारण दिया गया हैं. एयर लाइन की तरफ सीमा संबंधी हवाई क्षेत्र को बंद होने के प्रभाव को काम करने के लिए यह अनुमति दी गई थी, लेकिन इसकी गलत व्याख्या के कारण यह परेशानी खड़ी हो गई. हालांकि सही व्याख्या बताए जाने के बाद तुरंत इसे ठीक कर लिया गया.
बता दें कि डीजीसीए ने 11 अगस्त को जारी एक पत्र में कहा था कि एयरइंडिया को 20 जून को एक कारण बताओ नोटिस जारी किया गया हैं. एयर लाइन से इस नोटिस में 16 और 17 मई की उड़ान संख्या AI-133 की मौके पर की गई जांच में खामियों को लेकर जवाब देने को कहा गया था.
एयर इंडिया के सीईओ कैपेबल विल्सन को चेतावानी भी दी हैं
डीजीसीए के पत्र के अनुसार, "जांच के दौरान यह नोटिस किया गया कि एयरलाइन सीएआर द्वारा जारी किए गए निर्देशों का भी पालन करने में भी असमर्थ रहा हैं." इससे पहले भी एयर लाइन को नोटिस भेजा गया था. हालांकि बाद में जब एयरलाइन ने इसका जवाब दिया तो डीजीसीए ने इसको अस्वीकार कर दिया. जिसके बाद महानिदेशक ने एयर इंडिया के सीईओ कैपेबल विल्सन को चेतावानी भी दी हैं.
पत्र में कहा गया कि, "कारण बताओ नोटिस के जवाब में एयरइंडिया द्वारा जो उत्तर दिया गया हैं. उसकी विधिवत जांच की गई हैं. जिसके बाद इस नतीजे पर पहुंचा गया कि उत्तर संतोषजनक नहीं हैं. इसी कारण एयरइंडिया के जवाबदेही प्रबंधक को चेतावनी दी जाती है और सलाह दी जाती है कि वे लागु नागरिक उड्डयन नियमों का कड़ाई से पालन करें.
एक पायलट को अधिनियम 8 घंटे ही उड़ान भरने की अनुमति
बता दें कि, नियमों के अनुसार एक पायलट को अधिनियम 8 घंटे ही उड़ान भरने की अनुमति हैं. अगर दो पायलट एक साथ है तो यह सीमा 10 घंटे तक पहुंच जाती हैं. जिसके बाद अगली उड़ान भरने से पूर्व पायलट को 16 घंटे का आराम अनिवार्य होता हैं.