राजन पाण्डेय/न्यूज़11 भारत
गुमला/डेस्क: डुमरी प्रखंड अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) डुमरी में मंगलवार को कुपोषण उपचार केंद्र का उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से गुमला उप विकास आयुक्त (डीडीसी) दिलेश्वर महतो उपस्थित थे. उद्घाटन समारोह के दौरान डुमरी हिंदू समाज के अध्यक्ष अनिल ताम्रकार के नेतृत्व में समाज के प्रतिनिधियों ने डीडीसी को एक मांग पत्र सौंपा. इसमें डुमरी स्थित श्मशान घाट में शवदाह गृह (सिंदूर गृह) के निर्माण की मांग की गई. प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि डुमरी के लोग पारंपरिक रूप से बासा नदी के किनारे दाह संस्कार करते हैं.
हालांकि, बारिश के मौसम में लगातार जलजमाव और नदी के जलस्तर बढ़ने के कारण अंतिम संस्कार करने में गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता हैं. कई बार परिजनों को घंटों बारिश थमने का इंतजार करना पड़ता है या असुविधाजनक स्थितियों में शवदाह करना पड़ता है, जो अत्यंत दुखद और असहज होता हैं.
इस समस्या को ध्यान में रखते हुए हिंदू समाज डुमरी ने शवदाह गृह निर्माण को अत्यंत आवश्यक बताया गया. उप विकास आयुक्त दिलेश्वर महतो ने मामले की गंभीरता को समझते हुए मौके पर मौजूद संबंधित अधिकारियों को शवदाह गृह निर्माण की दिशा में आवश्यक कार्रवाई प्रारंभ करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि जनहित से जुड़े इस प्रकार के कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी और यथाशीघ्र योजना तैयार कर निर्माण कार्य शुरू करवाया जाएगा. इस दौरान कार्यक्रम में सीएचसी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि, एवं सामाजिक संगठनों के सदस्य भी उपस्थित थे. यह मांग स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ी राहत बन सकती है और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया को सम्मानजनक और सुविधाजनक बनाने में सहायक सिद्ध होगी.