प्रेम कुमार सिंह/न्यूज11 भारत
गुमला/डेस्क: भरनो प्रखंड अंतर्गत मरासिल्ली पंचायत के सिंगरौली गांव में बीते शनिवार को सहायीका का चुनाव हेतु ग्राम सभा का आयोजन किया गया था, जिसमे ग्राम सिंगरौली एवं खटको से अभ्यर्थी शामिल हुए थे. ग्राम खटको की बबीता कच्छप की योग्यता अन्य अभ्यर्थी से उच्च थी. वरीयता के आधार पर बबिता कच्छप का चयन किया गया परन्तु ग्राम सिंगरौली के कुछ लोगों के द्वारा इसका विरोध किया गया. विरोधियों का कहना है साहयीका का चयन सिंगरौली गांव से ही होगा अन्य अभ्यर्थी में पूजा कुमारी, सांजो कुमारी, पूनम कुमारी शामिल थी.
पदाधिकारी के समझाने पर भी बात नहीं बनी जिसके वजह से बाल विकास परियोजना पदाधिकारी नीलम केरकेट्टा एवं महिला पर्यवेक्षिका बैरंग वापस लौटे आई. दूसरे दिन रविवार था, पुन: जब सोमवार को सेविका शांति प्यारी टोप्पो आंगनबाड़ी केंद्र पहुंची तो देखा कि केंद्र के में दरवाजा में ताला लटका हुआ है. कई बच्चे भी पहुंचे हुए थे काफी पता करने के बाद में भी ग्रामीणों ने तालाबंद करने वाले व्यक्ति के बारे में कुछ जानकारी नहीं दिया गया. तब थक हार कर वह वापस लौट आई, सेविका शांति प्यारी टोप्पो ने इस तालाबंदी को लेकर प्रखंड प्रमुख पारस नाथ उराव, प्रखंड विकास पदाधिकारी भरनो, अंचल अधिकारी भरनो, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी भरनो एवं भरनो थाना प्रभारी सभी को लिखित आवेदन देकर आंगनबाड़ी केंद्र में ताला बंद करने वाले अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है.
इस आंगनवाड़ी केंद्र में 1से 3 वर्ष 23 बच्चे नामांकित है. इसके आलावा कई गर्भवती महिलाये नामांकित है, दो दिनों से बच्चे आ रहे औऱ निराश होकर बैरंग वापस जा रहे है. दो दिनों के बाद मंगलवार को दोपहर 2:30 बजे बाल विकास परियोजना पदाधिकारी भरनो नीलम केरकेट्टा औऱ भरनो थाना के एएसआई अमोद सिंह पुलिस बल के साथ सिंगरौली गांव के अंगनबाड़ी केंद्र पहुंचे औऱ ग्रामीणों की उपस्थिति में ताला को तोड़ा गया. बार बार पूछने पर भी किसी ग्रामीणों ने ताला जड़ने वाले व्यक्ति का नाम नहीं बताया. बाद में समझाया की इस तरह से किसी भी सरकारी प्रतिष्ठान में अनैतिक तरीके से ताला बंद नहीं किया जा सकता, किसी भी समस्या का हल नियानुसार बातचित से निकलना चाहिए. आज यानी बुधवार से यह आंगनवाड़ी केंद्र पूर्व निर्धारित समयानुसार सुचारु रूप से चलेगा.