झारखंडPosted at: अगस्त 04, 2025 नावाडीह स्टेशन पर शाम होते ही छा जाता है अंधेरा, स्टेशन के पास उगी झाड़ियों से जीव-जंतुओं का रहता है खतरा
मोबाइल की रोशनी में स्टेशन से बाहर निकलते हैं यात्री
प्रशांत शर्मा/न्यूज11 भारत
कोडरमा/डेस्क: कोडरमा-गिरिडीह रेल मार्ग के नावाडीह स्टेशन असुविधाओं का दंश झेल रहा है. उक्त स्टेशन पर आसनसोल-हटिया इंटरसिटी और कोडरमा-मधुपुर पैसेंजर ट्रेन का ठहराव होता है, जिसमें रोजाना सैकड़ों यात्री यहां उतरते और चढ़ते हैं. स्टेशन पर रात होते ही अंधेरा छा जाता है. रोशनी की ऐसी व्यवस्था ही नहीं है कि ट्रेन से उतरने वाले यात्री सुरक्षित ढंग से उतर सके. ऐसे में वे सहमते हुए अपने-अपने मोबाइल की रोशनी में स्टेशन से बाहर निकलते हैं. साथ ही स्टेशन और उसके आस पास उगे झाड़ियों से बिसैले जीव जंतुओ से भय बना रहता है. उक्त स्टेशन और हॉल्ट पर यात्रियों के लिए सबसे बड़ी समस्या लाइट के साथ साथ स्टेशन में ट्रेन पर चढ़ने उतरने के लिए अब तक प्लेटफार्म का निर्माण तक का नहीं होना है. रेलवे के द्वारा यहां टिकट काटने के समय लाइट की व्यवस्था नहीं रहने के कारण कई बार मोबाइल टॉर्च की रोशनी के सहारे यात्रियों को टिकट देना उनकी मजबूरी है. रौशनी के अभाव में जहरीले जीव-जंतु का भी भय बना रहता है.