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गिरिडीह/डेस्क: जिले की बरवाडीह से कबरीबाद होते हुए बनियाडीह तक की सड़क अब आम लोगों के लिए खतरे का पर्याय बन गई है. लगातार हो रहे भू-धंसान ने न केवल आवाजाही को प्रभावित किया है, बल्कि इस क्षेत्र में अवैध कोयला खनन की गंभीर समस्या को भी उजागर कर दिया है. ताजा मामला कबरीबाद माइंस के पास सामने आया, जहां सड़क का एक बड़ा हिस्सा अचानक धंस गया, जिससे एक विशाल गड्ढा बन गया. यह घटना रविवार को हुई, जिसके बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया.
बचाव कार्य युद्धस्तर पर
घटना की सूचना मिलते ही सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) के जीएम और परियोजना पदाधिकारी के निर्देश पर माइंस मैनेजर श्रवण कुमार की निगरानी में राहत और मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया. सड़क के धंसे हिस्से को बोल्डर और मिट्टी से भरने का काम तेजी से चल रहा है.
बार-बार दोहराई जा रही है घटना
यह कोई पहली घटना नहीं है. पिछले एक वर्ष में इस सड़क पर कम से कम पांच बार भू-धंसान हो चुका है. 6 अगस्त 2022, 24 अगस्त 2022, 8 मई 2024 और 13 अगस्त 2024 को भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं. एक बार तो मरम्मत कार्य के दौरान डोजर भी गड्ढे में समा गया था, जिससे हालात की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है.
अवैध कोयला खनन है असली वजह
स्थानीय सूत्रों और सीसीएल अधिकारियों के अनुसार, कबरीबाद क्षेत्र में संगठित गिरोहों द्वारा बड़े पैमाने पर अवैध कोयला खनन किया जा रहा है. अतीत में यहां अंडरग्राउंड माइंस का संचालन हुआ था, जिससे जमीन के नीचे बड़े खाली स्थान बन गए हैं. बारिश के दौरान ये खोखले हिस्से पानी से भर जाते हैं और जमीन धंसने लगती है.
करोड़ों की लागत से बनी सड़क फिर भी असुरक्षित
यह सड़क कुछ महीने पहले ही पथ निर्माण विभाग द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से बनाई गई थी. क्षेत्रवासियों के लिए यह मुख्य आवागमन मार्ग है, लेकिन अब इसका उपयोग जोखिम भरा हो गया है. बारिश के मौसम में सड़क पर बड़ी-बड़ी दरारें और गड्ढे बन रहे हैं, जिससे वाहन चालकों और पैदल यात्रियों को जान का खतरा बना रहता है.
स्थानीय लोगों में डर और नाराजगी
कबरीबाद और आस-पास के गांवों में रहने वाले लोग दहशत में हैं. स्थानीय निवासी रामेश्वर यादव ने बताया कि यह सड़क हमारे जीवन का हिस्सा है, लेकिन अब हर कदम पर खतरा है. लोगों ने प्रशासन से अवैध खनन पर सख्त और ठोस कार्रवाई की मांग की है.
प्रशासन और सीसीएल की प्रतिक्रिया
सीसीएल और जिला प्रशासन ने फिलहाल राहत कार्य तेज कर दिए हैं. माइंस मैनेजर श्रवण कुमार ने बताया कि सड़क को फिर से सुरक्षित बनाने के लिए तत्काल कदम उठाए जा रहे हैं. हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि यह अस्थायी उपाय हैं, और जब तक अवैध खनन पर पूरी तरह रोक नहीं लगाई जाती, यह खतरा बना रहेगा.
बरवाडीह-कबरीबाद-बनियाडीह सड़क पर लगातार हो रहे भू-धंसान ने क्षेत्रीय विकास और जनसुरक्षा दोनों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. यह साफ है कि समस्या की जड़ में अवैध खनन है, और जब तक इस पर कठोर कार्रवाई नहीं होती, स्थानीय लोग जोखिम में रहेंगे. स्थायी समाधान और जिम्मेदार कार्रवाई की अब सख्त जरूरत है.