न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः प्राइवेट सेक्टर के Yes Bank (यस बैंक) में बैंक कर्मचारियों के छंटनी की बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल, बैंक ने 500 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, आने वाले दिनों बैंक की तरफ से और लोगों की भी छंटनी की जा सकती है. वहीं अपने इस फैसले की वजह बैंक ने कॉस्ट कटिंग और कई अन्य कारण बताए हैं. बैंक ने आखिर अपने कर्मचारियों के छंटनी का ये कदम क्यों उठाया है..
बैंक ने छंटनी कर 500 से अधिक कर्मचारियों को निकाला
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिन 500 कर्मचारियों को यस बैंक (Yes Bank) ने नौकरी से निकाल दिया है उन्हें 3 महीने के वेतन के बराबर की राशि दी गई है. एक न्यूज पर छपी रिपोर्ट के हवाले से यह कहा गया है कि यस बैंक में आने वाले दिनों छंटनी का अगला दौर और देखने को मिल सकता है बता दें, बैंक की सूची में कई नाम हैं. कथित तौर पर Yes Bank Layoff से कई सेक्शन प्रभावित हुए हैं और इनमें होलसेल से लेकर रिटेन यूनिट तक शामिल है.
डिजिटल बैंकिंग की ओर झुकाव पर Focus करना चाहता है बैंक
जानकारी के अनुसार, Yes Bank के रिस्ट्रक्चरिंग प्रोसेस के अंतर्गत बैंक में यह छटनी की गई है. इसके पीछे बैंक की तरफ से कॉस्ट कटिंग का हवाला दिया गया है. खबर के अनुसार, यस बैंक (Yes Bank) डिजिटल बैंकिंग की ओर झुकाव पर Focus करना चाहता है. इसके साथ ही बैंक का इरादा मैन्युअल वर्क में कटौती करने का है. सूत्रों के अनुसार, चल रहे री-स्ट्रक्चरिंग प्रोसेस से बैंक को अपने ऑपरेशनल खर्चों में कटौती करने में मदद मिलेगी. मैनुअल वर्क में कटौती करते हुए Yes Bank लगातार अपनी डिजिटल बैंकिंग पर फोकस कर रहा है और इस छंटनी का यह एक बड़ा कारण बताया जा रहा है.
एक रिपोर्ट्स में बताया गया है कि बैंक की तरफ से यह निर्णय कर्मचारियों पर लगातार बढ़ते खर्च को ध्यान में रखते हुए किया गया है. रिपोर्ट में आगे यह भी कहा गया है कि प्राइवेट लैंडर के लिए वित्त वर्ष 2023-24 के बीच कर्मचारियों का खर्च 12 फीसदी से अधिक बढ़ गया और जो 3,363 करोड़ से बढ़कर 3,774 करोड़ रुपए का गया है.