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रांची/डेस्क: कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां पुलिस को घने जंगलों के बीच एक गुफा में रह रही रसियन महिला और उसकी दो नन्हीं बेटियों का पता चला. महिला की पहचान नीना कुटीना के रूप में हुई है, जो भारतीय अध्यात्म से प्रभावित होकर बेटियों प्रेया (6) और अमा (4) के साथ रामतीर्थ पहाड़ियों की एक गुफा में रह रही थी. पुलिस ने बताया कि नीना का वीजा साल 2017 में ही खत्म हो चुका है और अब उसे वापस रूस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई हैं. फिलहाल महिला और उसकी दोनों बेटियों को बांकीकोडला गांव स्थित एक आश्रम में रखा गया है, जहां उनकी देखरेख की जा रही हैं.
पूरी घटना का खुलासा तब हुआ जब हाल ही में पहाड़ियों में भूस्खलन के बाद पुलिस इलाके में गश्त पर निकली थी. अंबोली पुलिस इंस्पेक्टर श्रीधर और उनकी टीम को एक गुफा के बाहर कपड़े टंगे हुए दिखाई दिए. जब उन्होंने भीतर जाकर देखा टो वहां तीनों एक छोटे से गुफानुमा घर में रहते मिले. यह देख पुलिस अधिकारी भी हैरान रह गए कि कैसे ये तीनों इतने समय से जंगल में जीवित थे. नीना उर्फ मोही ने पुलिस को बताया कि वह रूस से भारत बिजनेस वीजा पर आई थी और गोवा होते हुए गोकर्ण पहुंची. अध्यात्म में रुचि के चलते उन्होंने रामतीर्थ की पहाड़ियों में प्राकृतिक गुफा को अपना ठिकाना बना लिया. वह वहां रुद्र की मूर्ति रखकर ध्यान करती थी और बेटियों के साथ एक शांत, एकांत जीवन जी रही थी.
एसपी एम. नारायण ने बताया कि गुफा में मिलने के बाद तीनों को सुरक्षित नीचे लाया गया और उन्हें स्वामी योगरत्न सरस्वती के देखरेख वाले एक आश्रम में रखा गया हैं. स्थानीय एनजीओ की मदद से रूसी दूतावास से संपर्क कर लिया गया है और निर्वासन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई हैं. फिलहाल प्रशासन इस बात की जांच कर रहा है कि नीना कब से भारत में अवैध रूप से रह रही थी. वहीं सोशल मीडिया पर यह मामला तेजी से वायरल हो गया है और लोग महिला के साहस और जीवनशैली को लेकर चर्चा कर रहे हैं.
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