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रांची/डेस्क: 80 साल पहले अमेरिका के एक छोटे से फार्म में हुई एक घटना ने पूरी दुनिया को हैरत में डाल दिया था. एक किसान ने जिस मुर्गे का सिर काट दिया था, वह मरने के बजाय 18 महीने तक बिना सिर के जिंदा रहा. इस मुर्गे को 'माइक द हेडलेस चिकन' के नाम से जाना गया.इस चमत्कारी घटना को उस वक्त जहां एक चमत्कार माना गया, वहीं अब विज्ञान ने इसके पीछे के रहस्य से पर्दा उठा दिया हैं.
क्या थी 'माइक' की कहानी?
यह घटना 10 सितंबर 1945 की है, जब किसान लॉयड ऑलसेन और उनकी पत्नी मुर्गियों को काट रहे थे. उन्होंने एक मुर्गे, जिसे बाद में माइक नाम दिया गया, का सिर कुल्हाड़ी से काट दिया. लेकिन सिर कटने के बावजूद, वह मुर्गा मरा नहीं बल्कि तेजी से दौड़ने लगा. लॉयड ने उसे एक डिब्बे में बंद कर दिया और अगली सुबह जब उन्होंने डिब्बा खोला तो हैरान रह गए. मुर्गा अभी भी जिंदा था.
यह खबर पूरे कोलोराडो में जंगल की आग की तरह फैल गई. एक साइडशो प्रमोटर होप वेड ने इस मुर्गे को देखा और इसका नाम 'माइक द हेडलेस चिकन' रखा. इसके बाद लॉयड और माइक अमेरिका के दौरे पर निकल पड़े. लोग माइक को देखने के लिए टिकट खरीदते थे, और इस तरह लॉयड ने खूब पैसे कमाए.
कैसे जिंदा रहा बिना सिर का मुर्गा?
यह सुनकर हैरानी होती है कि बिना सिर के कोई जीव इतने लंबे समय तक कैसे जिंदा रह सकता हैं? इसका जवाब विज्ञान के पास हैं. न्यूकैसल विश्वविद्यालय के डॉ. टॉम स्मल्डर्स के अनुसार, पक्षियों का मस्तिष्क उनके सिर में काफी आगे की तरफ होता हैं. माइक का सिर काटते समय, कुल्हाड़ी की धार ने उसकी चोंच, आँखें और कान तो काट दिए, लेकिन उसके मस्तिष्क का लगभग 80% हिस्सा और रीढ़ की हड्डी से जुड़ा महत्वपूर्ण हिस्सा बच गया. यही हिस्सा दिल की धड़कन, साँस लेने, भूख और पाचन जैसी जरूरी शारीरिक क्रियाओं को नियंत्रित करता है. चूंकि ये अंग सुरक्षित थे, इसलिए माइक जिंदा रहा.
कैसे खाता था और साँस लेता था 'माइक'?
माइक को जिंदा रखने के लिए लॉयड को काफी मेहनत करनी पड़ती थी. वे एक ड्रॉपर की मदद से सीधे उसकी ग्रासनली (esophagus) में तरल भोजन और पानी डालते थे. इसके अलावा, माइक के गले में बलगम जमा हो जाता था, जिसे लॉयड एक सिरिंज की मदद से साफ करते थे.
कैसे हुई 'माइक' की मौत?
माइक 18 महीने तक जिंदा रहा. एक रात लॉयड अपने मोटल के कमरे में थे, जब उन्हें माइक के दम घुटने की आवाज सुनाई दी. वे जल्दी से सिरिंज ढूंढने लगे, लेकिन उन्हें पता चला कि वह साइडशो में छूट गई थी. इससे पहले कि वे कुछ कर पाते, बलगम के कारण माइक का दम घुट गया और उसकी मौत हो गई. लॉयड को इस गलती का बहुत पछतावा हुआ, और उन्होंने कई सालों तक यह बात छुपाए रखी. आखिरकार, अपनी मौत से कुछ साल पहले, उन्होंने अपने पोते को यह पूरी कहानी बताई.