बिहारPosted at: जुलाई 05, 2025 नरकटियागंज में पुल के बिना छात्रों को स्कूल जाने में हो रही परेशानी, प्रशासन उदासीन

संतोष कुमार/न्यूज 11 भारत
बेतिया/डेस्क: नरकटियागंज में चचरी के पुल से विद्यालय जाने को विवश हैं छात्र. प्रशासन के उदासीन रवैये के कारण नहीं बन सका पुल. नरकटियागंज प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चंपापुर आने जाने में मंगरहरी और बैरिया गांव के करीब सौ छात्र-छात्राओं को मनियारी नदी पार कर आना जाना पड़ता है. यह पहाड़ी नदी वर्षा के मौसम में उपद्रवी हो जाती है. ऐसी स्थिति में यहां के छात्र-छात्राओं को स्कूल जाने के लिए मुख्य सड़क से वाया गोखुला होकर 12 किलोमीटर के फेरे लगाने पड़ेंगे. वर्ष के करीब 9 महीने यहां के छात्र-छात्राएं गांव के समीप नदी को पार कर करीब डेढ़ किलोमीटर दूर विद्यालय आते जाते हैं. उस दौरान मौसम बिगड़ते देख बच्चों को पार कराने में शिक्षक भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. प्रधान शिक्षक कंचन कुमार ने बताया कि विद्यालय आगमन के समय और बच्चों को विद्यालय से घर लौटने के समय दो शिक्षक नदी के पास अपनी देखरेख में उन्हें पार कराते हैं. छात्र-छात्राओं ने बताया कि विद्यालय में नियमित पठन पाठन हो रहा है. पर्याप्त संख्या में शिक्षक भी उपलब्ध हैं ऐसे में चिंता बनी हुई है कि अधिक वर्षा होने के बाद नदी पार करना मुश्किल होगा. उस समय 12 किलोमीटर की दूरी तय करना भी चुनौती पूर्ण होगा. ग्रामीणों का कहना है कि आज तक बैरिया के पास मनियारी नदी पर पुल का निर्माण नहीं हुआ. पुल का निर्माण होता तो बच्चों को स्कूल जाने के साथ-साथ गांव के किसानों को नदी के दूसरी तरफ खेती किसानी करने में भी सहूलियत होती.