Thursday, May 1 2025 | Time 21:08 Hrs(IST)
  • भरनो प्रखंड के जिरहुल गांव पहुंचा 3 हाथियों का झुंड,ग्रामीण में दहशत,कई किसानों के फसल को भी किया बर्बाद
  • पतरातू थाना क्षेत्र के हफूआ गांव में वज्रपात से एक बच्चे की हुई मौत, दो घायल
  • नक्सल के बाद अब झारखंड में Splinter Groups पर नकेल की तैयारी, झारखंड पुलिस की ये है रणनीति
  • राज्यसभा सांसद डॉ प्रदीप वर्मा ने केंद्रीय कैबिनेट द्वारा जाति जनगणना करने के निर्णय का किया स्वागत
  • कडरू अनाज गोदाम से हो रही अनाज की कालाबाजारी, 400 बोरी चावल को बाजार समिति में बेचने की कोशिश, जानकी ट्रेडर्स पर मुकदमा दर्ज
  • सड़क दुर्घटना मे मृत युवक के परिजन से जिला परिषद सदस्य नें की मुलाक़ात, विधायक की पहल पर दी आर्थिक सहायता
  • चाकुलिया के चौठिया में धूमधाम से मनाया गया विश्व मजदूर दिवस , विधायक समीर महंती हुए शामिल
  • भागलपुर में मूसलाधार बारिश से गर्मी से राहत, बाजार में लोगों को हुई परेशानी
  • रांची के ओरमांझी में जेवर दुकान में चार अपराधियों ने हथियार के बल पर की लूट, लाखों का सोना ले उड़े अपराधी
  • जाति जनगणना को लेकर बिहार में राजनीतिक हलचल तेज, JDU सांसद कौशलेंद्र कुमार ने कहा- क्रेडिट लेने की होड़ में जुटे विपक्षी दल
  • नेपाल से शादी में शामिल होने आए एक व्यक्ति की सड़क हादसे में हुई मौत, परिवार के 10 लोग घायल
  • 8 86 एकड़ जमीन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में डीड राइटर इरशाद अख्तर की जमानत याचिका पर सुनवाई पूरी, 2 मई को कोर्ट सुनाएगी फैसला
  • मतदाता सूचियों की सटीकता में सुधार और मतदान प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा की जा रही तीन नई पहल
  • पलामू के नक्सल इलाके में पोस्टेड सब इंस्पेक्टर हुआ बर्खास्त! घूस लेते हुए धनबाद से ACB ने किया था गिरफ्तार
  • रिम्स में प्रमोट हुए डॉक्टरों ने ने किया प्रोटेस्ट, कहा- आशंका है कि विभाग प्रमोशन पर लगा सकता है स्टे
देश-विदेश


Waqf Amendment Bill में क्या-क्या है शामिल? किसे होगा फायदा और किसे होगा नुकसान, समझे पूरी बात

Waqf Amendment Bill में क्या-क्या है शामिल? किसे होगा फायदा और किसे होगा नुकसान, समझे पूरी बात
न्यूज़11 भारत

रांची/डेस्क: वक्फ संशोधन बिल आज लोकसभा में पेश हो गया. इसके बाद इस बिल को पास करने के लिए वोटिंग की जाएगी. इस बिल को सरकार आज ही यानी बुधवार 02 अप्रैल को ही पास करने की तैयारी में है. वहीं विपक्ष की बात करें तो वह लगातार इस बिल का विरोध कर रही है. सरकार तो इसे राज्यसभा में पेश कर वह से भी पास कराने की तैयारी में जुट गई है. इस बिल के खिलाफ मुस्लिमों ने कई जगह काली पट्टियां बांधकर ईद की नमाज अदा की थी. यह उनका इस बिल का विरोध करने का तरीका था. आइये आपको बताते है कि वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 में क्या है. 

 

वक्फ बिल सरकार का क्या है उद्देश्य?

बता दें कि दो बिल, वक्फ (संशोधन) बिल, 2024 और मुसलमान वक़्फ़ (निरसन) बिल, 2024 को 8 अगस्त, 2024 में लोकसभा में पेश किया गया था. इसके पीछे का मकसद वक्फ की प्रॉपर्टीज का बेहतर मैनेजमेंट और वक्फ बोर्ड के काम को सुव्यवस्थित  करना है. इस बिल का मकसद अधिनियम, 1995 में संशोधन करना है. ऐसा इसलिए ताकि वक्फ संपत्तियों के मैनेजमेंट और रेगुलेशन में आने वाली चुनौतियों और समस्याओं किया जा सके. देश में वक्फ संपत्तियों के मैनेजमेंट में सुधार करना संशोधन विधेयक का उद्देश्य है. इसका मकसद अधिनियम का नाम बदलने और पिछले कानून की खामियों को दूर करने जैसे जैसे बदलाव करके वक्फ बोर्डों की कार्यकुशलता को बेहतर करना भी है. 

 

कौन है वक्फ मैनेजमेंट के लिए जिम्मेदार प्रशासनिक निकाय और क्या है उनकी भूमिकाएं?

वक्फ संपत्तियों का रेगुलेशन भारत में वक्फ अधिनियम, 1995 के तहत किया जाता है. मैनेजमेंट के लिए केंद्रीय वक्फ परिषद (सीडब्ल्यूसी), राज्य वक्फ बोर्ड (एसडब्ल्यूबी) और वक्फ ट्रिब्यूनल शामिल है. बता दें कि सरकार और राज्य वक्फ बोर्डों को केंद्रीय वक्फ परिषद नीतियों पर सलाह देती है, लेकिन यह वक्फ संपत्तियों को सीधे नियंत्रित नहीं करती है. वहीं प्रत्येक राज्य में राज्य वक्फ बोर्ड वक्फ संपत्तियों की देखभाल और सुरक्षा करते हैं.  वहीं वक्फ ट्रिब्यूनल विशेष न्यायिक निकाय होते हैं, यह वक्फ संपत्तियों से संबंधित विवादों को निपटाने का काम करते है. 

 

क्या है वक्फ बोर्ड से संबंधित मुद्दे?

बता दें कि हमेशा से ही वक्फ संपत्तियों में बदलाव नहीं करने का नियम विवादित रहा है. एक सिद्धांत ने इसे लेकर विवादों को जन्म दिया है और वह सिद्धांत है ‘एक बार वक्फ, हमेशा वक्फ’. दूसरा यह कि इसे लेकर मिसमैनेजमेंट और कानूनी विवाद पर भी सवाल उठते रहे हैं. बता दें कि वक्फ अधिनियम, 1995 और इसका 2013 का संशोधन प्रभावकारी नहीं रहा. इसके कारण वक्फ भूमि पर कुप्रबंधन, अवैध कब्ज़ा, मालिकाना हक़ का विवाद सर्वेक्षण में देरी और प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन और कई बड़े पैमाने में मुकदमें को लेकर चिंताएं जाहिर की जाती है. 

 

बता दें कि उत्तराखंड और गुजरात जैसे राज्यों में इसे लेकर अभी तक सर्वेक्षण चालू नहीं हुए है. वहीं उत्तर प्रदेश में 2014 में आदेशित सर्वेक्षण अभी भी लंबित है. राजस्व विभाग के साथ खराब कोर्डिनेशन और विशेषज्ञता की कमी ने रजिस्ट्रेशन प्रोसेस को धीमा कर दिया है. ऐसा कहा जाता है कि अपनी शक्तियों का कुछ राज्यों में वक्फ बोर्ड ने गलत इस्तेमाल किया है. इसके कारण से सामुदायिक तनाव पैदा हुआ है. इसके साथ यह भी आरोप है कि वक्फ अधिनियम की धारा 40 का दुरुपयोग निजी संपत्तियों को वक्फ संपत्ति घोषित करने के लिए किया गया है. इसके कारण अशांति और कनूइ लड़ाई पैदा हुई है. 

 

बिल पेश करने से पहले मंत्रालय क्या कदम उठाए? 

इस बिल को पेश करने से पहले विभिन्न स्टेकहोल्डर्स से अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने विचार विमर्श किए. इसमें जन प्रतिनिधियों,  मीडिया, आम जनता द्वारा कुप्रबंधन और सच्चर कमेटी की रिपोर्ट वक्फ अधिनियम की शक्तियों के दुरुपयोग के बारे में जाहिर की चिंताएं शामिल है. राज्य वक्फ बोर्डों से भी कानून मंत्रालय ने परामर्श किया. इसके बाद वक्फ अधिनियम, 1995 के प्रावधानों की समीक्षा की प्रक्रिया कानून मंत्रालय ने शुरू की. इसके बाद स्टेकहोल्डर्स के साथ परामर्श किया. प्रभावित स्टेकहोल्डर्स की समस्याओं को सुलझाने के लिए दो बैठकों में इस अधिनियम में उपयुक्त संशोधन करने के लिए आम सहमति बनी. 

 


 

क्या थी वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को पेश करने की प्रक्रिया?

वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और शासन में कमियों को दूर करने के उद्देश्य से वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को 8 अगस्त, 2024 को पेश किया गया था. इसके बाद के दिन यानी 9 अगस्त को दोनों सदनों यानी राज्यसभा और लोस्कभा में विधेयक को एक संयुक्त समिति के पास जांचने और उसपर रिपोर्ट देने के लिए भेजा था. इसके व्यापक निहितार्थों और महत्व को ध्यान में रखते हुए समिति ने विशेषज्ञों/स्टेकहोल्डर्स, आम जनता और अन्य संबंधित संगठनों से विचार लेने के लिए ज्ञापन आमंत्रित किया था. इसके लेकर संयुक्त संसदीय समिति ने कुल 36 बैठक की. इसमें विभिन्न मंत्रालयों, के प्रतिनिधियों के सुझाव सुने, जैसे कि रेलवे (रेलवे बोर्ड),अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय, विधि एवं न्याय,संस्कृति (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण), राज्य सरकारें, राज्य वक्फ बोर्ड, आवास और शहरी मामलों, सड़क परिवहन और राजमार्ग और विशेषज्ञ. 

 







 

अधिक खबरें
CRPF जवान की पत्नी मीनल को भेजा जा रहा था बॉर्डर पार, तभी वकील ने फोन कर कहा कोर्ट ने स्टे लगा दिया है..
मई 01, 2025 | 01 May 2025 | 6:11 PM

सीआरपीएफ जवान से शादी करने के बाद भारत आई मीनल खान का वीजा का डेट खत्म हो जाने के बाद देश छोड़ने के लिए नोटिस मिला है.

सिर्फ घर का काम करने के लिए मिलेंगे 84 लाख कोई डिग्री की जरुरत नहीं, यहां निकली है वैकेंसी
मई 01, 2025 | 01 May 2025 | 5:27 PM

सोशल मीडिया में एक पोस्ट काफी चर्चा में है, इसमें जॉब संबंधित प्रोफाइल की बात कही जा रही है. इसमें अगर आपका चयन होता है तो 84 लाख रुपए तक की सैलरी मिल सकती है. सबसे बड़ी बात ये है कि इस नौकरी पाने के लिए आपके पास कई तरह की डिग्रियां की होने की कोई जरुरत नहीं है.

CBSE का आया अपडेट, इस दिन जारी होगा 10th-12th का रिजल्ट
मई 01, 2025 | 01 May 2025 | 4:53 PM

सीबीएससी कक्षा दसवीं व बारहवीं रिजल्ट को लेकर बड़ा अपडेट दिया है. सीबीएससी ने बताया कि इसमें महीने दूसरे सप्ताह में जारी हो सकता है रिजल्ट. सीबीएससी ने ये भी कहा कि अगले कुछ दिनों में कभी भी रिजल्ट की तारीख की घोषणा हो सकती है. इसके लिए सीबीएससी बोर्ड के छात्र वेबसाइट के हर अपडेट पर अपना नजर बनाए रख सकते हैं.

मतदाता सूचियों की सटीकता में सुधार और मतदान प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा की जा रही तीन नई पहल
मई 01, 2025 | 01 May 2025 | 4:51 PM

भारत निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूचियों की सटीकता में सुधार लाने और मतदान प्रक्रिया को नागरिकों के लिए और अधिक सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से तीन नई पहल की है. ये उपाय भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार द्वारा इस वर्ष मार्च में चुनाव आयुक्तों डॉ. सुखबीर सिंह संधू एवं डॉ. विवेक जोशी की उपस्थिति में मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (सीईओ) के सम्मेलन के दौरान की गई पहलों के अनुरूप हैं.

4 महीने भी नहीं चली जोमैटो की क्विक सर्विस, दूसरी बार हुआ बंद
मई 01, 2025 | 01 May 2025 | 4:19 PM

जोमैटो के द्वारा 15 मीनट में फूड डीलिवरी करने वाली सर्विस पर रोक लगा दी है. बता दें कि ये सर्विस जोमैटो ने चालू करने के मात्र 4 महीने के अंदर ही चुपचाप हटाने का निर्णय ले लिया है. जोमैटो ऐप के लेंडिंग पेज में इस खबर को खूब वायरल किया जा रहा है. अब यह सर्विस बेंगलुरु, गुरुग्राम, हैदराबाद, मुंबई जैसे कई शहरों में नहीं मिलेगी.