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रांची/डेस्क: सरला बिरला पब्लिक स्कूल, रांची में कक्षा दो के विद्यार्थियों द्वारा दादा-दादी एवं नाना-नानी को समर्पित ‘ग्रैण्ड पैरेंट्स डे’ समारोह ‘वात्सल्यं 2025’ का भव्य आयोजन किया गया. इस आयोजन की थीम थी ‘रिवर्बरेशन दृ ईकोज ऑफ लाइफ’, जिसमें जीवन के अनसुने स्वरों को रचनात्मक प्रस्तुतियों के माध्यम से जीवंत किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक दीप प्रज्वलन से हुआ. इसके पश्चात छात्रों ने स्वागत गान और रंगारंग नृत्य के माध्यम से आगंतुकों का आत्मीय स्वागत किया. विद्यालय की वाइस हेड गर्ल ने सत्र 2024-25 की वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिसमें विद्यालय द्वारा प्राप्त की गई विविध उपलब्धियों का संक्षिप्त उल्लेख किया गया.
कार्यक्रम की मुख्य आकर्षण रही कक्षा दो के सभी वर्गों द्वारा प्रस्तुत की गई विविध विषयों पर आधारित लघु प्रस्तुतियां, जिनमें समाज के विभिन्न वर्गों की अनसुनी आवाजों को मंच पर लाने का सराहनीय प्रयास किया गया. प्रस्तुतियां जैसे स्पेक्ट्रम ऑफ स्ट्रेंथः बच्चों की आंतरिक शक्ति और उनकी अनकही भावनाओं को दर्शाती प्रस्तुति, विक्रम वीरः विशेष रूप से सक्षम व्यक्तियों के संघर्ष और साहस पर आधारित प्रभावशाली मंचन, हर्ट्स विदाउट वॉल्सः अनाथ बच्चों की संवेदनशीलता और अभिव्यक्ति को उजागर करती भावनात्मक प्रस्तुति, पावर विदिनः बाल श्रमिकों के अधिकारों और उनके जीवन के संघर्ष की मार्मिक झलक, स्वर्णिम पथः समाज के वृद्धजनों की उपेक्षित संवेदनाओं को सम्मानपूर्वक प्रस्तुत करता कार्यक्रम एवं ट्रायम्फ एंड ट्रैंक्विलिटीः जीवन की सहज विजय और शांति को रेखांकित करती सुंदर प्रस्तुति.
प्रत्येक कार्यक्रम ने एकता, साहस और आत्मबल का संदेश दिया, और दर्शकों को गहराई से प्रभावित किया. समापन में विद्यार्थियों द्वारा धन्यवाद ज्ञापन, विद्यालय गीत तथा राष्ट्रीय गान प्रस्तुत किया गया, जिसने सभी उपस्थितजनों के हृदय में सम्मान, प्रेम और आत्मीयता की भावना उत्पन्न की. ‘वात्सल्यं 2025’ न केवल एक आयोजन रहा, बल्कि यह जीवन की विविधता और पारिवारिक मूल्यों का उत्सव बन गया, जो सभी उपस्थितजनों के लिए स्मरणीय एवं प्रेरणादायक अनुभव रहा.
विद्यालय की प्राचार्या परमजीत कौर ने कहा कि बुजुर्ग परिवार की जड़ें होते हैं और उनका अनुभव बच्चों के व्यक्तित्व निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है. उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे आयोजनों से बच्चों और उनके दादा-दादी एवं नाना-नानी के मध्य प्रेमपूर्ण संबंध और भी गहरे होते हैं.