प्रशांत/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: शहर के ओकनी मुहल्ले में एक युवक की रहस्यमयी मौत ने गुरुवार को तनावपूर्ण हालात पैदा कर दिए. जबरा ब्रांबे निवासी राजा राम ने किराये के मकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, लेकिन परिजनों का आरोप है कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या है—और इसके पीछे मृतक की पत्नी का हाथ है. राजा राम की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने शव को लेकर लौहसिंघना थाना के सामने जमकर प्रदर्शन किया और करीब 5 घंटे तक सड़क जाम रखी. उनका कहना था कि जब तक आरोपी पत्नी को गिरफ्तार नहीं किया जाता, वे शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे.
क्या है मामला?
29 जुलाई की रात राजा राम और उसकी पत्नी के बीच किसी बात को लेकर तीखा विवाद हुआ. इसके बाद राजा राम थोड़ी देर के लिए घर से बाहर गया और लौटकर ओकनी मुहल्ला स्थित अपने किराये के मकान में फांसी लगाकर जान दे दी. 30 जुलाई को शव का पोस्टमार्टम कराया गया. गुरुवार को मृतक की मां आशा देवी और गांव के लोग शव लेकर लौहसिंघना थाना पहुंचे और पत्नी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क जाम कर दिया. थाना प्रभारी पुनु कुमार यादव के मुताबिक, प्रारंभिक जांच में मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है, लेकिन मृतक की मां के आवेदन पर हत्या के एंगल से भी अनुसंधान शुरू कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि सच्चाई सामने आने के बाद ही उचित कार्रवाई की जाएगी.
क्या कहते हैं परिजन?
मृतक की मां आशा देवी ने पुलिस से गुहार लगाई है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और यदि उसकी बहू दोषी पाई जाती है, तो उसे जल्द गिरफ्तार किया जाए. उन्होंने आरोप लगाया कि पत्नी और उसके व्यवहार के कारण ही उनके बेटे की जान गई है.
तनाव के बाद समझौता
लगभग पांच घंटे चले प्रदर्शन और सड़क जाम के बाद, पुलिस के समझाने-बुझाने पर परिजन शांत हुए और शव को लेकर अंतिम संस्कार के लिए रवाना हुए. इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या यह सच में आत्महत्या थी, या फिर एक साजिश के तहत की गई हत्या? जवाब अब पुलिस जांच के बाद ही सामने आएगा.
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