न्यूज 11 भारत
रांची/डेस्क: जमशेदपुर में आस्था और भक्ति का एक ऐसा मिसाल पेश किया गया जिसे देखकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे. जहां धधकते हुए अंगारे पर मां मंगला की भक्त सर पर कलश लिए हुए मां की आराधना करते हुए आग को पार कर रहा है. वैसे किन्नरो के साथ आम भक्त भी अग्नि परीक्षा देते नजर आए. ऐसी मानता है की मां मंगला के आशीर्वाद से धधकते हुए आग में भी चलने से पांव नहीं जलता और ना ही शरीर को नुकसान होता है और यह मां का आशीर्वाद है.
धधकते हुए आग को पार करते हुए भक्त मां मंगला के दरबार पहुंच पूजा अर्चना की. इतना ही नहीं मां का आशीर्वाद कोड़ा से भी दिया गया कोडा मार कर मां लोगों को आशीर्वाद दी. वैसे प्रत्येक वर्ष जमशेदपुर के नर्दन टाउन में मां मंगला की विशेष पूजा अर्चना की जाती है. वैसे मां की आराधना में सैकड़ो लोग लीन रहे माथे पर कलश ले 8 किलोमीटर पैदल नंगे पांव मां के दरबार पहुंच और आग को पार करते हुए अग्नि परीक्षा देते हुए पूजा अर्चना की.
ऐसी मान्यता है कि जो भक्त महिला हो या पुरुष मां मंगला की आराधना करता है उनकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. जो निशांतन है उन्हें संतान मिलता है, जिसकी शादी नहीं हुई उसकी शादी होती है.सुख समृद्धि के साथ धन्य धन भरता है. इसी मान्यता के साथ आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ा है. वहीं छोटे-छोटे बच्चे मां का आर्शीवाद पाने के लिए सड़क पर लेटकर मां का आर्शीवाद ले रहे हैं. माथे पर कलश लिए मां के रूप में महिलाएं और पुरुष इन बच्चों को आर्शीवाद देकर लाघते हुए आगे बढ़ते चले गए. वैसे अग्नि परीक्षा के यहां अलौकिक दृश्य लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया.हालांकि जो भक्त धधकते हुए अग्निकुंड से निकल रहे थे उनके पांव में दाग तक नहीं लगी खरोच तक नहीं आया. लोग कहते हैं मां का आर्शीवाद हैं.