न्यूज 11 भारत
रांची: झारखंड सरकार ने सरकारी मेडिकल कालेजों के रेजिडेंट चिकित्सकों का स्टाइपेंड बढ़ाने का निर्णय लिया है. राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) को छोड़ अन्य सरकारी मेडिकल कालेजों के 381 रेजिडेंट डाक्टरों का स्टाइपेंड बढ़ाने की प्रक्रिया स्वास्थ्य परिवार कल्याण और चिकित्सा शिक्षा विभाग ने शुरू कर दी है.
इस प्रस्ताव पर वित्त विभाग की भी सहमति ले ली गयी है. जानकारी के अनुसार रेजिडेंट डॉक्टरों के स्टाईपेंड में डेढ़ गुणा तक की बढ़ोत्तरी की जा रही है. रेजिडेंट डॉक्टर सरकार से रिम्स के अनुरूप स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. अभी रेजिडेंट डाक्टरों को वर्ष 2017 से पीजी फर्स्ट से थर्ड ईयर तक 41000 से 43000 तक स्टाइपेंड मिलता है.
जबकि रिम्स में इसी ईयर के रेजिडेंट डॉक्टरों को 85833 रुपए से 95247 रुपए तक मासिक भुगतान होता है. रिम्स के अलावा महात्मा गांधी मेडिकल कालेज जमशेदपुर, शहीद निर्मल महतो मेडिकल कालेज धनबाद, फुलो झानो मेडिकल कालेज दुमका और शेख भिखारी मेडिकल कालेज हजारीबाग के रेजिडेंट डॉक्टर बढ़े हुए स्टाईपेंड की मांग कर रहे हैं.
रेजिडेंट डॉक्टरों के स्टाईपेंड में किये जानेवाली बढ़ोत्तरी एक नजर में
मेडिकल कालेज कोर्स का नाम वर्तमान स्टाईपेंड सिफारिश
एमजीएम जमशेदपुर पीजी फर्स्ट ईयर 41000 रुपये 68 हजार रुपये
एमजीएम जमशेदपुर पीजी सेकेंड ईयर 42000 रुपये 75 हजार रुपये
एमजीएम, जमशेदपुर पीजी थर्ड ईयर 43000 83000 रुपये
शहीद निर्मल महतो
मेडिकल कालेज, धनबाद जूनियर रेजिडेंट 41 हजार 65 हजार रुपये
फूलो झानोमेडिकल
कालेज, दुमका जूनियर रेजिडेंट 41 हजार 65 हजार
शेख भिखारी मेडिकल
कालेज हजारीबाग जूनियर रेजिडेंट 41 हजार 65 हजार