आशीष शास्त्री/न्यूज़11 भारत
सिमडेगा/डेस्क: झारखंड आंदोलन के अग्रणी नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिसोम गुरु शिबू सोरेन के निधन की सूचना से पूरे राज्य में शोक की लहर फैल गई है. उनके निधन पर सिमडेगा पत्रकार संघ ने गहरा शोक व्यक्त किया है. संघ ने कहा है कि यह केवल एक राजनीतिक व्यक्तित्व नहीं, बल्कि झारखंड की आत्मा को लगी गहरी चोट है, जिसकी भरपाई संभव नहीं. पत्रकार संघ के अध्यक्ष आशीष शास्त्री ने कहा कि दिसोम गुरु ने न केवल एक राज्य का सपना देखा, बल्कि उसे आकार भी दिया.
उनके जाने से झारखंड की सामाजिक चेतना और राजनीतिक दिशा दोनों को अपूरणीय क्षति हुई है. शोक व्यक्त करने वालों में सुहैब शाहिद, अफजल इमाम, सुनील सहाय, वाचस्पति मिश्र, श्रीराम पुरी, दीपक अग्रवाल रिंकू, मुकेश कुमार, विकास साहू, कुश बड़ाईक, अमन मिश्रा, राकेश जयसवाल, अनुज कुमार साहु, सुमंत कुमार, अमित साहू, संजय कुमार केसरी, हलधर प्रसाद, कालो खलखो, संजीत यादव, बलभद्र बड़ाईक, भरत सिंह, चंद्रदेव सेनापति, रविकांत मिश्रा, पंचम प्रसाद, विवेक कुमार, अरुण कुमार, गौरव गौतम सिंह, राकेश कुमार यादव, धनुर्जय सिंह देव, दिनेश ठाकुर, पिंटु कुमार, अरुण राम, रोशन ठाकुर, आलोक कुमार साहु, वीरेंद्र तिवारी, अमित रंजन, संगम साहु, मनोरंजन कुमार गुप्ता, मोहम्मद तबरेज आलम, अंकित सिन्हा, सुहैल अख्तर, शिवनंदन बड़ाईक, राजेश बड़ाईक और राज आनंद सिन्हा ,विक्रम ठाकुर,प्रभु कश्यप,सहित सिमडेगा पत्रकार संघ के सभी सदस्य शामिल हैं. संघ ने कहा कि उनका जीवन और संघर्ष आदिवासी अस्मिता और अधिकार की लड़ाई का प्रतीक है. उनका जाना केवल एक युग का अंत नहीं, बल्कि एक चेतना के विराम जैसा है. दिशोम गुरु के विचार और संघर्ष हमेशा प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे, लेकिन उनके निधन से जो खालीपन आया है, वह लंबे समय तक खलता रहेगा.