प्रशांत/न्यूज़11 भारत
चतरा/डेस्क: बारिश में सड़क बह गई है, फिसलन में गिर जाते हैं. घुटनों तक कीचड़ में उत्तरकर स्कूल जाना पड़ता है. हम कैसे पढ़ाई करें मैडम? यह करुण व्यथा उत्क्रमित मध्य विद्यालय गाड़ीलौंग, टंडवा की दर्जनों छात्राओं की हैं. जिन्होंने चतरा उपायुक्त कीर्तिश्री से स्कूल तक पहुंचने के लिए सड़क निर्माण कराने की मांग की हैं. बताते चले कि गाड़ीलौंग-सराद् मुख्य पथ से देवी मंडप की ओर जाने वाली कच्छी सड़क बारिश में बह गई हैं. इस रास्ते से प्रतिदिन न सिर्फ स्कूली छात्राएं, बल्कि ग्रामीण, श्रद्धालु और किसान भी आवागमन करते हैं लेकिन टूटी हुई सड़क अब जानलेवा बन चुकी हैं.
छात्राओं के मुताबिक, कई बार वे कीचड़ में फिसलकर गिर चुकी है और कुछ छात्र-छात्राएं घायल भी हुई हैं. छात्राओं का कहना है कि प्रत्येक दिन टूटे हुए रास्ते से नीचे उतरकर स्कूल जाना पड़ता हैं. कभी चप्पल फिसलती है, कभी बैग कीचड़ में गिरता हैं. ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के दिनों में यह रास्ता पूरी तरह से बह जाता है और पैदल चलना भी खतरे से खाली नहीं रहता. इस रास्ते पर देवी मंडप भी स्थित है, जहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा-पाठ के लिए पहुंचते हैं.
ग्रामीणों के अनुसार, यह मार्ग धार्मिक और शैक्षणिक दोनों दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण हैं. ग्रामीणों ने चतरा डीसी से मांग की है कि इस टूटे हुए रास्ते को शीघ्र बनवा दें, ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो और कोई बड़ा हादसा न हो. छात्राओं ने कहा कि हम पढ़ना चाहते हैं, पर हर दिन डर के साथ स्कूल जाना पड़ता हैं. हम डीसी मैडम से हाथ जोड़कर निवेदन करते है कि हमारी सड़क जल्द बनवा दें. यह गुहार अब सिर्फ एक ग्रामीण समस्या नहीं, बल्कि शिक्षा और सुरक्षा से जुड़ी एक गंभीर मुद्दा बन चुकी है, जिसे नजरअंदाज करना बच्चों के भविष्य के साथ अन्याय होगा.