झारखंड » दुमकाPosted at: मई 08, 2025 पंचायत दिवस के दिन में भी नदारद रहते हैं पंचायत में जनप्रतिनिधि व पंचायत कर्मी

केसरीनाथ यादव/न्यूज11भारत
दुमका/डेस्क: मसलिया प्रखंड क्षेत्र में गुरुवार के दिन साप्ताहिक पंचायत दिवस मनाया जाता है. जिसमें हर पंचायतों में सभी जन प्रतिनिधियों समेत पंचायत कर्मियों को इस दिन पंचायत में रहना अनिवार्य होता है. लेकिन इसका पालन नहीं के बराबर किया जा रहा है. सरकारी आदेश का ठेंगा दिखाते हुए खासकर पंचायत के मुखिया पंचायत सचिव व रोजगार सेवक पंचायत में नहीं पहुंचे.मामला मसलिया के कुसुमघटा पंचायत सचिवालय का है. जहां गुरुवार ग्यारह बजे तक पंचायत में न तो मुखिया दिखे और न पंचायत सचिव.जब इसकी जानकारी मिली तो पंचायत भवन का ताला प्रज्ञा केंद्र संचालक ने खोला गया. सरकार मिनी सचिवालय पंचायत भवन को बनाने को लेकर तमाम सारी सुविधाएं मुहैया करा रही है ताकि पंचायत से किसी को प्रखंड का बेवजह चक्कर न लगाना पड़े. इसके लिए हरेक पंचायतों में रोस्टर बनाया गया है.सप्ताह के एक दिन गुरुवार को पंचायत दिवस में सभी को रहना अनिवार्य है. लेकिन सभी इन नियमों को ताक पर रखते हुये सरकारी आदेश की धज्जियां उड़ा रहे हैं.जिस पर प्रखंड कार्यालय की ओर से कार्रवाई नहीं होने से और भी मनोबल बढ़ा हुआ है. कुसुमघटा पंचायत भवन पहुंचे लोगों से पूछने पर नाम न बताने के शर्त पर कहा कि मनमौजी तरीके संचालित किया जा रहा है.यहां कोई समय सीमा का ध्यान नहीं रखा जाता है. जिस कारण ऐसे अधिकारियों का मन और भी बढ़ते जाता है. इस संदर्भ में पंचायत के मुखिया जगरनाथ सिंह से पूछने बताया कि दो बजे पंचायत भवन पहुंचेंगे. वहीं पंचायत सचिव सदानंद होरो भी नदारद मिले. इस संदर्भ में जब प्रखंड विकास पदाधिकारी अजफर हसनैन से बात करने पर कहा कि पंचायत दिवस के दिन अनुपस्थिति का कारण पूछा जाएगा.