न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: 6-7 मई 2025 की रात भारत ने वो किया, जिसकी गूंज सरहद पार कई दिनों तक सुनाई दी. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले का करारा जवाब भारतीय वायु सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए दिया. इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और POK के भीतर आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया. महज 23 मिनट में हुए इस एक्शन ने पाकिस्तान को हर मोर्चे पर भारी नुकसान पहुंचाया. आइए जानते है इस पूरे ऑपरेशन में पाकिस्तान को कहां और कितना नुकसान हुआ, 10 प्रमुख बिंदुओं में.
भारत ने तबाह किए 9 आतंकी ठिकाने
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान के भीतर लाहौर, मुरीदके और बहावलपुर जैसे इलाकों में स्थित 9 आतंकी शिविरों को निशाना बनाया. ये जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के ट्रेनिंग कैंप थे.
100 से ज्यादा आतंकियों का सफाया
इस ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकियों की मौत हुई, जिनमें कई हाई-वैल्यू टारगेट शामिल थे. मारे गए आतंकियों में IC-814 अपहरण और पुलवामा हमले से जुड़े चेहरे भी थे.
11 पाकिस्तानी एयरबेस को नुकसान
भारत के हमले में पाकिस्तान के 11 एयरबेस जैसे नूरखान, मुसाफ और भोलारी को गंभीर नुकसान पहुंचा. रनवे, हैंगर और रडार सिस्टम बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए.
पाकिस्तान के 6 फाइटर जेट और 2 AWACS नष्ट
ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान के 6 लड़ाकू विमान और 2 एयरबोर्न वॉर्निंग सिस्टम (AWACS) तबाह हुए. साथ ही एक C-130 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भी नष्ट किया गया.
40 नागरिकों की मौत का दावा
पाकिस्तान का कहना है कि इस ऑपरेशन में 40 नागरिक मारे गए, जिनमें 7 महिलाएं और 15 बच्चे शामिल थे. भारत ने इसे खारिज किया और कहा कि हमले सिर्फ आतंकी ठिकानों पर किए गए थे.
11 पाक सैनिकों की मौत, 78 घायल
पाकिस्तानी सेना ने खुद स्वीकार किया कि इस ऑपरेशन में उनके 11 सैनिक मारे गए, जिनमें 6 सेना और 5 वायुसेना के थे. साथ ही 78 जवान घायल भी हुए.
रडार सिस्टम और निगरानी तंत्र ध्वस्त
लाहौर, गुजरांवाला और अरीफवाला जैसे इलाकों में पाकिस्तान के रडार और निगरानी उपकरण पूरी तरह नष्ट कर दिए गए, जिससे उनकी हवाई नजर कमजोर पड़ गई.
पाकिस्तान को भारी आर्थिक झटका
इस ऑपरेशन के बाद कराची स्टॉक एक्सचेंज में 6400 अंकों की गिरावट दर्ज की गई. अनुमान के मुताबिक पाकिस्तान को करीब 2.85 अरब डॉलर का नुकसान हुआ.
परमाणु ठिकानों पर भी असर
10 मई को चगाई हिल्स के पास हलचल देखी गई. संदेह है कि नूरखान एयरबेस पर मौजूद परमाणु हथियारों को नुकसान पहुंचा है. हालांकि अमेरिकी जांच दल को पुख्ता सबूत नहीं मिले.
मनोबल और ढांचागत क्षति
इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान के सैन्य और आतंकी ढांचे को गहरा धक्का लगा है. एयरबेस और ट्रेनिंग कैंप्स की मरम्मत और पुनर्निर्माण में वर्षों लग सकते हैं.