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रांची/डेस्क: झारखंड सिर्फ अपने झरनों, पहाड़ों और कोयला खदानों के लिए नहीं बल्कि कुछ ऐसे रहस्यों के लिए भी जाना जाता है जो आज भी विज्ञान के लिए पहेली बने हुए हैं. इन्हीं रहस्यमयी जगहों में शामिल है तैमारा घाटी, जिसे कई लोग "मौत का हाईवे" भी कहते हैं. रांची से लगभग 30-35 किलोमीटर दूर रांची-जमशेदपुर हाईवे (NH-33) पर स्थित इस घाटी को लेकर कई डरावनी कहानियां मशहूर हैं.
घने जंगलों के बीच स्थित यह घाटी देखने में जितनी खूबसूरत है, उतनी ही रहस्यमयी और भयावह भी मानी जाती हैं. स्थानीय लोग और यात्रियों के अनुसार, यहां से गुजरते वक्त अक्सर मोबाइल फोन का समय, तारीख और यहां तक कि साल तक बदल जाता हैं. यही नहीं कई बार गाड़ियों के स्पीडोमीटर भी अचानक गड़बड़ा जाते हैं.
चुंबकीय चट्टान का रहस्य
तैमारा घाटी को लेकर कई दावे और कहानियां समय-समय पर सामने आती रही हैं. कहा जाता है कि यहां से रात में गुजरते वक्त अजीबो-गरीब आवाजें सुनाई देती हैं. कुछ लोगों का मानना है कि इस घाटी में मौजूद एक विशेष चट्टान चुंबकीय प्रभाव रखती है, जिससे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस में बदलाव आ जाता हैं. वहीं एक और मान्यता है कि इस घाटी से कर्क रेखा गुजरती है, जो इन घटनाओं का कारण हो सकती हैं.हालांकि इन बातों की अब तक कोई वैज्ञानिक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन इसके बावजूद यहां की रहस्यमयी घटनाएं लोगों के बीच जिज्ञासा और रोमांच का विषय बनी रहती हैं. डर और रहस्य से भरे उस क्षेत्र को लेकर लोग दिन में तो यहां घूमने आते है लेकिन राटा में अकेले यात्रा करने से कतराते हैं.
रांची से तैमारा घाटी पहुंचना बेहद आसान हैं. बिरसा मुंडा एयरपोर्ट या रांची रेलवे स्टेशन से टैक्सी, बस या निजी वाहन के जरिए आप यहां आसानी से पहुंच सकते हैं. घुमावदार सड़कें, हरियाली और रहस्यमयी वातावरण इस घाटी को एक अनोखा अनुभव बनाते हैं.
अगर आप एडवेंचर और रहस्यों के शौकीन है तो तैमारा घाटी आपके लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन साबित हो सकती है लेकिन एक सलाह- रात में अकेले जाने से बचें क्योंकि यहां का सन्नाटा और कहानियां किसी भी दिलेर को सोच में डाल सकती हैं.
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न ऑनलाइन स्रोतों, लोककथाओं और जनमान्यताओं पर आधारित हैं. इसका उद्देश्य केवल पाठकों को सामान्य जानकारी और मनोरंजन प्रदान करना हैं. इसमें वर्णित घटनाओं या दावों की पुष्टि न्यूज़11 भारत द्वारा नहीं की गई हैं. पाठकों से अनुरोध है कि वे इस जानकारी को सत्य का अंतिम स्रोत न मानें. किसी भी प्रकार की असुविधा या भ्रम की स्थिति के लिए न्यूज़11 भारत उत्तरदायी नहीं होगा.