प्रशांत शर्मा/न्यूज11 भारत
कोडरमा/डेस्क: जैन धर्म के 23वें तीर्थकर देवाधिदेव 1008 भगवान पारसनाथ भगवान का निर्वाण मोक्ष कल्याणक महोत्सव धूमधाम के साथ जैन समाज के दोनों मदिरों में मनाया गया. भगवान के चरणों में निर्वाण लाडू चढ़ाने के लिए लाल साड़ी पहनकर पूजा विधान करने मंदिर पहुंच गए. भगवान पार्शवनाथ के जयकारों से पूरा मंदिर और शहर गुंजायमान हो गया. प्रातः जैन मंदिर में जैन समाज के सानिध्य में भगवान का मस्तकाभिषेक विश्व शांति धारा का पाठ अभिषेक किया गया.
श्रावण शुक्ला सप्तमी के दिन ही जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान पारसनाथ झारखंड क्षेत्र के जैन तीर्थ सम्मेद शिखर पर्वत से मोक्ष की प्राप्ति की थी. भगवान पार्शवनाथ ने अपने जीवन में बहुत अधिक तप, त्याग और तपस्या की, भयंकर उपसर्ग और कष्टों को झेला है. तत्पश्चात अपने कर्मों की निर्जरा कर मोक्ष की प्राप्त किया है. बड़ा मंदिर में भगवान पारसनाथ का निर्वाण लाडू चढ़ाने का सौभाग्य अजय प्रसम सेठी परिवार को मिला.