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सिमडेगा/डेस्क: सिमडेगा जिले एवं गुमला के पालकोट प्रखंड की समस्याएं अब विधानसभा से बाहर निकलकर सीधी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तक पहुँच गई है. सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा ने शनिवार को मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से मुलाकात कर सिमडेगा जिले एवं गुमला के पालकोट प्रखण्ड की गंभीर समस्याओं को विस्तार से रखा. इस खास मुलाकात में पेयजल संकट से लेकर सर्पदंश, खटिया एम्बुलेंस और ग्रामीण सड़कों की स्थिति तक, हर समस्या पर विधायक ने मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित किया. विधायक ने पेयजल की गंभीर समस्या को उठाया. उन्होंने कहा कि गर्मी के इस मौसम में जि कई इलाकों में लोगों को पानी के लिए काफी परेशान होना पड़ रहा है. कुछ गांवों में तो हालात इतने खराब हैं कि पानी के एक बर्तन के लिए सुबह से शाम हो जाती है. भूषण बाड़ा ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि जिले में पेयजल समस्या को दूर करने की दिशा में तेज गति दी जाए और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए.
खेल और खेती का तेजी से हो विकास: विधायक
विधायक भूषण बाड़ा ने सिमडेगा जिले के खेल प्रतिभाओं की ओर भी ध्यान दिलाया. उन्होंने कहा कि यह जिला हॉकी की नर्सरी के रूप में जाना जाता है. लेकिन यहां के खिलाड़ियों को बेहतर सुविधा और प्रशिक्षण नहीं मिल पा रहा है. विधायक ने खेल मैदानों की मरम्मत, आधुनिक खेल उपकरणों की उपलब्धता और प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना की मांग की. वहीं खेती की बात करते हुए उन्होंने कहा कि जिले में वर्षभर खेती संभव हो, इसके लिए बेहतर सिंचाई व्यवस्था और कृषि उपकरणों की जरूरत है. उन्होंने किसानों को प्रशिक्षण और सब्सिडी देने की भी मांग रखी. ताकि वे आधुनिक तकनीक अपनाकर अपनी आय बढ़ा सकें. विधायक ने शहरी क्षेत्र का भी विकास कराने की मांग की. उन्होंने सामटोली सहित सभी जर्जर सड़कों को दुरुस्त कराने एवं शहर में सभी शहरी मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने की मांग. वहीं चिकित्सकों एवं शिक्षकों की कमी को भी जल्द दूर करने का आग्रह किया.
पर्यटक स्थलों का विकास कराने का किया आग्रह
विधायक भूषण बाड़ा ने सिमडेगा और पालकोट क्षेत्र में मौजूद पर्यटन स्थलों के विकास की मांग की. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक स्थलों से भरे इन इलाकों में यदि पर्यटन को बढ़ावा दिया जाए, तो इससे न केवल जिले को पहचान मिलेगी बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.
सर्पदंश समस्या पर भी रखी अपनी बात
गर्मी और बारिश के बीच क्षेत्र सर्पदंश की घटनाएं तेजी से बढ़ती हैं. विधायक ने मुख्यमंत्री को आगाह करते हुए कहा कि कुछ ही दिनों में सर्पदंश का मौसम शुरू हो जाएगा. ऐसे में पहले से ही एक मजबूत योजना बनानी चाहिए. उन्होंने जिला अस्पतालों में एंटी-वेनम की उपलब्धता, जागरूकता अभियान और सर्पदंश पीड़ितों के लिए त्वरित चिकित्सा सुविधा की व्यवस्था की मांग की. साथ ही उन्होंने उन परिवारों की सहायता करने की भी मांग की जिनके सदस्य सर्पदंश के कारण असमय काल के गाल में समा चुके हैं.
विधायक ने खटिया एम्बुलेंस की समस्याओं को भी मख्यमंत्री के पास रखा
विधायक ने मुख्यमंत्री के समक्ष रखा खटिया एम्बुलेंस की समस्याओं को भी रखा. उन्होंने कहा कि सिमडेगा जिले के कई ऐसे गांव हैं जहां अब तक सड़क नहीं पहुंची है. इन गांवों में बीमारों को खटिया पर लादकर मिलों दूर पैदल अस्पताल लाया जाता है. यह स्थिति न केवल अस्वस्थ्य व्यक्ति के लिए जानलेवा है, बल्कि पूरे सिस्टम पर भी सवाल खड़े करती है. भूषण बाड़ा ने ऐसे गांवों को चिन्हित कर त्वरित रूप से सड़क निर्माण करवाने की मांग की.
सिमडेगा व पालकोट की समस्याओं के समाधान की दिशा में शीघ्र उठाए जाएंगे कदम: सीएम
इधर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने विधायक की बातों को गंभीरता से सुना और भरोसा दिलाया कि सिमडेगा व पालकोट की समस्याओं के समाधान की दिशा में शीघ्र कदम उठाए जाएंगे. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि वे सिमडेगा एवं पालकोट की ज़मीनी हकीकत का मूल्यांकन कर प्राथमिकता के आधार पर योजनाएं बनाएं. इधर विधायक भूषण बाड़ा के इस पहल ने सिमडेगा और पालकोट के ग्रामीणों के दिल में एक नई उम्मीद जगा दी है. लंबे समय से समस्याओं से जूझ रही जनता अब चाहती है कि बातें कागज़ों तक सीमित न रहें बल्कि धरातल पर उतरें. लोगों का कहना है कि अगर सड़क, पानी, इलाज, खेल और खेती जैसी बुनियादी सुविधाएं सुलभ हो जाएं, तो उनका जीवन बेहतर बन सकता है.