न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: भारतीय बैंकों के सबसे बड़े लोन घोटाले के मास्टरमाइंड मेहुल चोकसी को आखिरकार बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया हैं. करोड़ों रूपए लेकर देश से फरार हुआ ये हीरा कारोबारी अब भारतीय एजेंसियों के शिकंजे में आ चुका हैं. मेहुल चोकसी ने PNB बैंक के साथ 13,500 करोड़ रुपये का लोन फ्रॉड किया और भारत छोड़कर फरार हो गया था. इस पूरे घोटाले में मेहुल चोकसी के साथ उसका भतीजा नीरव मोदी भी शामिल हैं. हाल ही में भारतीय एजेंसियों को मेहुल की लोकेशन का पता चला था, जिसके बाद 12 अप्रैल को उसकी गिरफ्तारी हुई थी. बताते चलें कि, मेहुल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गे. अब भारत सरकार, मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण की पूरी कोशिश करेगी ताकि उसे भारत लाया जा सकें.
2018 में सामने आया था चौंका देने वाला मामला
साल 2018 में मेहुल और नीरव का ये फ्रॉड सामने आया था. जिसके बाद दोनों आरोपी भारत छोड़कर फरार हो गए थे. भारत से फरार होने के बाद मेहुल एंटीगुआ और बारबाडोस में भी रहा हैं. जिसके बाद वह बेल्जियम में रह रहा था. PNB की ब्रैडी हाउस ब्रांच ने मेहुल चोकसी, नीरव मोदी, उनके परिवार के सदस्यों और कर्मचारियों समेत बैंक अधिकारियों और कई लोगों पर लोन फ्रॉड का मामला दर्ज किया गया था. इस मामले की जांच कर रही एजेंसियों ने यह आरोप लगाया कि मेहुल, उसकी फर्म गीतांजलि जेम्स और अन्य लोगों ने कुछ बैंक अधिकारियों के साथ मिली कर धोखे से गारंटी पत्र (लेटर ऑफ अंडरटेकिंग) जारी करवाई और तय किए गए प्रोसेस को फॉलो किए बिना ही विदेशी ऋण पत्र (Foreign Letters of Credit) हासिल किया.
₹2500 करोड़ की संपत्ति हो चुकी है जब्त
इस मामले में मुंबई की एक स्पेशल कोर्ट ने फरवरी में मेहुल के फर्म गीतांजलि जेम्स लिमिटेड की 13 प्रॉपर्टी की नीलामी की अनुमति दे दी थी. अब तक 2500 रूपए करोड़ की संपत्ति जब्त किया गया हैं.