Saturday, May 10 2025 | Time 03:10 Hrs(IST)
झारखंड » चाईबासा


तुईबीर पंचायत भवन में विधिक जागरूकता शिविर का किया गया आयोजन, ग्रामीणों को महत्वपूर्ण कानूनी संबंधित बातों से कराया गया अवगत

तुईबीर पंचायत भवन में विधिक जागरूकता शिविर का किया गया आयोजन, ग्रामीणों को महत्वपूर्ण कानूनी संबंधित बातों से कराया गया अवगत
रोहन निषाद/न्यूज़11 भारत

चाईबासा/डेस्क: झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा के तत्वाधान में आज तुईबीर पंचायत भवन में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन पीएलवी हेमराज निषाद एवं पीएलवी रत्ना चक्रवर्ती के द्वारा किया गया जिसमें उपस्थित ग्रामीणों को कई महत्वपूर्ण कानूनी संबंधित बातों से अवगत कराया ताकि वह अपने हक और अधिकार के प्रति जागरूक हो सके जिसमें बाल विवाह और डायन प्रथा दोनों ही समाज में गंभीर कुरीतियां हैं जो बच्चों और महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन करती हैं. बाल विवाह बच्चों को उनकी शिक्षा और विकास से वंचित करता है, जबकि डायन प्रथा के कारण महिलाओं को उत्पीड़न और हिंसा का सामना करना पड़ता है. बाल विवाह एक ऐसी प्रथा है जिसमें बच्चों को उनकी उचित उम्र लड़कियों के लिए 18 वर्ष और लड़कों के लिए 21 वर्ष से पहले ही विवाह कर दिया जाता है. यह एक कानूनी और सामाजिक अपराध है जो बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा और विकास को प्रभावित करता है. बाल विवाह के कारण लड़कियों की शादी की उम्र कम हो जाती है, जिससे उन्हें गर्भावस्था और प्रसव के दौरान जटिलताओं का खतरा बढ़ जाता है. 

 

दहेज प्रथा एक ऐसी प्रथा है. जिसमें शादी के समय दुल्हन के परिवार को दूल्हे के परिवार को धन या संपत्ति देनी पड़ती है. यह प्रथा भी बाल विवाह को बढ़ावा देती है क्योंकि गरीब परिवार अपनी बेटियों की शादी कम उम्र में ही कर देते हैं ताकि दहेज का बोझ कम हो जाए. डायन प्रथा एक ऐसी कुप्रथा है जिसमें महिलाओं को डायन या चुड़ैल के रूप में देखा जाता है और उनके साथ उत्पीड़न और हिंसा की जाती है. डायन प्रथा किसी स्वार्थ से प्रेरित होता है उसके संपत्ति को हड़पने अपना वर्चस्व फैलाने के लिए इस तरह के अंधविश्वास को फैलाया जाता है. बाल विवाह और डायन प्रथा की रोकथाम के लिए समाज में जागरूकता पैदा करने और कानूनी प्रावधानों को लागू करने की आवश्यकता है. बाल विवाह निषेध अधिनियम, 2006 जैसे कानून इस प्रथा को रोकने में मदद करते हैं. डायन प्रथा की रोकथाम के लिए डायन निषेध अधिनियम जैसे कानून बनाए गए हैं जो इस प्रथा को अपराध घोषित करते हैं. इसके अलावे बाल श्रम निषेध अधिनियम, साइबर क्राइम और श्रमिक निबंधन कार्ड के बारे में जानकारी दिया गया. 

 

10 मई को होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत की जानकारी देते हुए इसका लाभ लेने के लिए कहा गया. पुलिस हेल्पलाइन नंबर 100 चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 एंबुलेंस हेल्पलाइन नंबर 108 अग्निशमन हेल्पलाइन नंबर 101 के बारे में जानकारी दिया गया. इस विधिक जागरूकता शिविर में तुईबीर पंचायत की मुखिया जोत्सना देवगम रोजगार सेवक मोहन दास सेविका मेमबत्ती बारी पोस्ट ऑफिस संख्या में लोग मौजूद रहे.

 

 


 

 
अधिक खबरें
जगन्नाथपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहली बार गर्भवती महिलाओं के लिए महिला चिकित्सक के द्वारा जांच किया गया
मई 09, 2025 | 09 May 2025 | 4:42 PM

चाईबासा के सिविल सर्जन सुशांत कुमार मांझी के द्वारा जगन्नाथपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहली बार गर्भवती महिलाओं के जांच के लिए चाईबासा जिला के झीकपानी से आयी महिला चिकित्सक डाँ विनीता लकड़ा के द्बारा एएनसी जांच शिविर आयोजित की गयी. सीएचसी में

मनोहरपुर-जहरीले सर्प दंश से दो किशोर गंभीर,सीएचसी में हुए इलाजरत
मई 09, 2025 | 09 May 2025 | 3:39 PM

बीती गुरुवार देर रात सर्प दंश के शिकार दो किशोर को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनोहरपुर में भर्ती कराया गया. सर्प दंश से पीड़ित किशोर 13 वर्षीय सेलम चंपिया छोटानागरा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम घाटकुड़ी का रहने वाला है.वहीं 14 वर्षीय करण अंगरिया मनोहरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम घाघरा का रहने वाला है.

तुईबीर पंचायत भवन में विधिक जागरूकता शिविर का किया गया आयोजन, ग्रामीणों को महत्वपूर्ण कानूनी संबंधित बातों से कराया गया अवगत
मई 08, 2025 | 08 May 2025 | 3:44 PM

झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा के तत्वाधान में आज तुईबीर पंचायत भवन में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन पीएलवी हेमराज निषाद एवं पीएलवी रत्ना चक्रवर्ती के द्वारा किया गया जिसमें उपस्थित ग्रामीणों को कई महत्वपूर्ण कानूनी संबंधित बातों से अवगत कराया ताकि वह अपने हक और अधिकार के प्रति जागरूक हो सके जिसमें बाल विवाह और डायन प्रथा दोनों ही समाज में गंभीर कुरीतियां हैं जो बच्चों और महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन करती हैं. बाल विवाह बच्चों को उनकी शिक्षा और विकास से वंचित करता है, जबकि डायन प्रथा के कारण महिलाओं को उत्पीड़न और हिंसा का सामना करना पड़ता है.

मनोहरपुर में मानदेय में विलंब होने पर फिर से हड़ताल पर उतरे 108 एंबुलेंस कर्मी
मई 06, 2025 | 06 May 2025 | 8:16 PM

108 एंबुलेंस सेवा सम्मान फाउंडेशन के द्वारा बकाया मानदेय का भुगतान में विलंब किए जाने को लेकर 108 एंबुलेंस कर्मी आज़ दिनांक 06 मई दिन मंगलवार को फिर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. जिससे मनोहरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती रेफर मरीजों के साथ साथ उनके परिजनों को भी 108 एंबुलेंस सेवा के अभाव में काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है एक माह के अंतराल में दो बार एम्बुलेंस कर्मीयों के हड़ताल से विशेष कर आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उल्लेखनीय है की स्वास्थ्य विभाग और सम्मान फाउंडेशन के बीच एमओयू के तहत 108 एंबुलेंस सेवा में कार्यरत कर्मीयों को पिछले दो माह से मानदेय बकाया है. इसके बावजूद भी एंबुलेंस सेवा कर्मी आपात स्थितियों में भी सेवा कार्य में लगे हुए हैं.

गुप्त सूचना के आधार पर मनोहरपुर पुलिस ने एक कार से 25 पेटी अवैध शराब किया  बरामद
मई 06, 2025 | 06 May 2025 | 5:04 PM

मनोहरपुर पुलिस ने बीते सोमवार की देर रात गुप्त सूचना पर वाहन चेकिंग के दौरान एक कार में ले जा रहे 25 पेटी अवैध अंग्रेजी शराब जब्त किया है.