प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: हजारीबाग शहर में बेरोजगार युवक एवं युवतियों से ठगी करने वाले गिरोह का हजारीबाग पुलिस ने पर्दाफाश किया है. मामले में पुलिस ने एक दर्जन लोगों को अभियुक्त बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज की है. इनमें तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरोह के अन्य सदस्यों की धरपकड़ के लिए पुलिस की कई टीमें जगह-जगह छापेमारी कर रही है. जानकारी के अनुसार हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि कुछ व्यक्ति फर्जी संस्था व एनजीओ चलाकर नौकरी दिलाने के नाम पर युवको एवं युवतियों से बड़े पैमाने पर पैसे की ठगी कर रही है.
सूचना संकलन करने पर बात सही पाया गया, जिसके बाद भुक्तभोगी युवको से प्राप्त आवेदन के आधार पर एनजीओ के संस्थापक अजय सिंह (संस्थापक एनसीआरबी) मोनं 8595271843, उमांशू रंजन (झारखण्ड स्टेट डायरेक्टर एनसीआरबी) मोनं - 9504830016, विक्की निगम (एनसीआरबी) मोन. 9122043646, अविनाश प्रसाद, पिंटू प्रसाद कुशवाहा, (भारत माता चौक, हजारीबाग) मोनं 9905244725 , विपिन कुमार मोनं 9431918072, जूली कुमारी, अशोक नगर, रांची, मोन. 9110137658 के विरुद्ध कोर्रा थाना काण्ड संख्या 74/24 धारा 406/420/467/468/471/120(बी)/34 भादवि के तहत काण्ड दर्ज करते हुए ठगी के घटना में संलिप्त उमांशू रंजन (झारखंड स्टेट डायरेक्टर) मोनं. 9504830016, विक्की निगम, अविनाश प्रसाद, पिंटू प्रसाद कुशवाहा भारत माता चौक, हजारीबाग, को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया.