न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: राजस्थान के बूंदी जिले से एक चौंका देने वाला वीडियो सामने आया है, जिसमें एक गर्भवती महिला को एंबुलेंस के बजाय जेसीबी मशीन में बैठाकर अस्पताल पहुंचाया गया. भारी बारिश और सड़कों पर जलभराव के कारण एंबुलेंस महिला तक नहीं पहुंच सकी, ऐसे में गांव वालों ने जुगाड़ निकाला और जान जोखिम में डालकर महिला को जेसीबी से सुरक्षित एंबुलेंस तक पहुंचाया.
पानी में डूबी सड़कें
घटना तेजाजी चौक क्षेत्र की है, जहां रहने वाली अनीता कहार नाम की महिला को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हुई. परिजनों ने तुरंत एंबुलेंस को कॉल किया, लेकिन इलाके की सड़कें कनक सागर के ओवरफ्लो होने के कारण जलमग्न थीं. एंबुलेंस कर्मियों ने गाड़ी अंदर तक लाने से साफ इनकार कर दिया.
गांव वालों का 'देसी जुगाड़'
महिला की हालत बिगड़ती जा रही थी और अस्पताल पहुंचाना जरूरी था. ऐसे में ग्रामीणों ने इंसानियत का परिचय देते हुए जेसीबी मशीन का सहारा लिया. अनीता को जेसीबी की बाल्टी में लिटाया गया और पानी भरे रास्तों से निकालकर सड़क तक लाया गया, जहां एंबुलेंस पहले से इंतजार कर रही थी.
मां और बच्चा दोनों स्वस्थ
अस्पताल पहुंचने के बाद अनीता की डिलीवरी कराई गई. डॉक्टरों के मुताबिक जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं और अब खतरे से बाहर हैं. लेकिन जिस तरह से एक गर्भवती महिला को जान जोखिम में डालकर अस्पताल पहुंचाना पड़ा, वह व्यवस्था पर कई सवाल खड़े करता है.
कुदरत का कहर या सिस्टम की मार?
बूंदी जिले में लगातार हो रही बारिश से कनक सागर ओवरफ्लो हो गया है, जिससे गांवों की सड़कों पर पानी भर गया है. सवाल ये है कि क्या ये सिर्फ प्राकृतिक आपदा है या फिर सरकारी मशीनरी की लापरवाही? क्या बारिश के मौसम में बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने की कोई तैयारी नहीं थी?
यह भी पढ़: Monsoon session of Parliament 2025: आज से शुरू, हंगामे के आसार